रांची : सदर अस्पताल की एमओ डॉ रश्मि प्रसाद के खिलाफ होगी कार्रवाई

रांची : सरकारी सेवा में रहते हुए निजी नर्सिंग होम का संचालन करने के मामले में रांची सदर अस्पताल की मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर रश्मि प्रसाद उर्फ डॉ रश्मि सिंह फंस गयी हैं. इनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करने की अनुशंसा लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय ने स्वास्थ्य विभाग के सचिव से की है. मामले में लोकायुक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2019 5:22 AM
रांची : सरकारी सेवा में रहते हुए निजी नर्सिंग होम का संचालन करने के मामले में रांची सदर अस्पताल की मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर रश्मि प्रसाद उर्फ डॉ रश्मि सिंह फंस गयी हैं. इनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करने की अनुशंसा लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय ने स्वास्थ्य विभाग के सचिव से की है.
मामले में लोकायुक्त ने दो जिले रांची और लोहरदगा के एसपी के अलावा असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी से जांच करायी थी. इसके बाद परिवादी ने दस्तावेजों के आधार पर अपना पक्ष रखा था.
लोकायुक्त ने अपने आदेश में कहा है कि उपरोक्त तथ्यों व डॉ रश्मि प्रसाद की स्वीकारोक्ति से यह स्पष्ट है कि वह झारखंड सरकार के अंतर्गत रांची सदर अस्पताल में सेवारत रहते हुए बरियातू स्थित आशीर्वाद हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का संचालन कर रही थी. जो कि झारखंड लोक आचार संहिता का उल्लंघन है.
यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि वर्तमान में डॉ रश्मि प्रसाद (पति डॉ एसके अग्रवाल) ने आशीर्वाद हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के स्वामित्व से त्यागपत्र दे दिया था, लेकिन उनके द्वारा सरकारी सेवा में रहते हुए प्राइवेट हॉस्पिटल का संचालन कर धनोपार्जन करना सेवा की भावना या जानकारी का अभाव नहीं कहा जा सकता है. इसलिए स्वास्थ्य सचिव को डॉ रश्मि प्रसाद के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की अनुशंसा की जा सकती है.
मामले में लोकायुक्त ने चार सप्ताह में कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट मांगी है. बता दें कि लोहरदगा निवासी रवि गुप्ता ने मां की मौत के लिए डॉ एसके अग्रवाल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त के यहां शिकायत की थी. मामले की जांच के दौरान सरकारी पद पर रहते हुए डॉ रश्मि प्रसाद द्वारा निजी नर्सिंग होम के संचालन करने की पुष्टि हुई थी.

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