रांची : ई-रिक्शा चालकों ने ध्वस्त कर दी है मेन रोड की यातायात व्यवस्था

मेन रोड में चलने के लिए रांची नगर निगम ने 64 ई-रिक्शों को जारी किया है परमिट, चलते हैं 200 से अधिक ट्रैफिक पुलिस का दावा : समय-समय पर चलाया जाता है जांच अभियान, लेकिन हालात इसके एकदम उलट रांची : ई-रिक्शा चालकों ने मेन रोड की यातायात व्यवस्था को ध्वस्त कर रखा है. सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2019 12:49 AM
मेन रोड में चलने के लिए रांची नगर निगम ने 64 ई-रिक्शों को जारी किया है परमिट, चलते हैं 200 से अधिक
ट्रैफिक पुलिस का दावा : समय-समय पर चलाया जाता है जांच अभियान, लेकिन हालात इसके एकदम उलट
रांची : ई-रिक्शा चालकों ने मेन रोड की यातायात व्यवस्था को ध्वस्त कर रखा है. सुबह से लेकर देर शाम तक अलबर्ट एक्का चौक से सर्जना चौक तक की सड़क ई-रिक्शा वालों के कब्जे में रहती है. इस वजह से यहां हर वक्त जाम का आलम रहता है. कई बार ऐसी हालत हो जाती है कि यहां लोगों को पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं मिलती है. ई-रिक्शा चालक बीच सड़क पर रुक कर सवारी बैठाते हैं और वहीं मौजूद ट्रैफिक पुलिस के जवान मूक दर्शक बने रहते हैं. ऐसा लगता है, जैसे ई-रिक्शा चालक उनकी मंजूरी से ही अराजकता फैलाये हुए हैं.
यह समस्या मेन रोड में निर्धारित संख्या तीन गुना ई-रिक्शों के चलने की वजह से पैदा हो रही है. राजधानी में लगभग 2000 इ-रिक्शे हैं. इनमें से 1100 ई-रिक्शों लॉटरी के जरिये अलग-अलग रूट का परमिट जारी किया गया है. चूंकि मेन रोड में कमाई ज्यादा होती है, इसलिए परमिट का उल्लंघन कर कई ई-रिक्शा वाले इस रूट में घुस आते हैं. रांची नगर निगम ने अलबर्ट एक्का चौक से राजेंद्र चौक तक मात्र चलने के लिए 64 ई-रिक्शों को ही परमिट दिया गया है.
जबकि, इस रूट पर 200 से ज्यादा ई-रिक्शे चलते हैं. हालांकि, रांची नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस की ओर से दावा किया जाता है कि इस रूट में अवैध रूप से चलनेवाले ई-रिक्शों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. लेकिन, मौजूदा हालात इन दावों पर यकीन नहीं होता है.

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