Loading election data...

लोहरदगा-पलामू में एनडीए-यूपीए की भिड़ंत का रोमांच, चतरा में यूपीए दरका

आनंद मोहन पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन अवधि खत्म, चुनावी संघर्ष की तस्वीर होने लगी साफ रांची : झारखंड में पहले चरण में तीन लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होना है. मंगलवार को नामांकन की आखिरी तिथि थी. नामांकन के साथ चुनावी संघर्ष की धुंधली तसवीर साफ होने लगी है. 29 अप्रैल को चुनाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2019 7:57 AM
आनंद मोहन
पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन अवधि खत्म, चुनावी संघर्ष की तस्वीर होने लगी साफ
रांची : झारखंड में पहले चरण में तीन लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होना है. मंगलवार को नामांकन की आखिरी तिथि थी. नामांकन के साथ चुनावी संघर्ष की धुंधली तसवीर साफ होने लगी है. 29 अप्रैल को चुनाव होना है.
चुनावी मैदान में सूरमा उतर चुके है़ं लोहरदगा और चतरा में एनडीए-यूपीए की भिड़ंत का रोमांच होगा़ लोहरदगा सीट से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने नामांकन नहीं किया है. वह चुनाव में बड़े फैक्टर थे. चमरा के उतरने के बाद लोहरदगा में चुनावी संघर्ष का कोण बदलता़ पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में चमरा लिंडा एक लाख 36 हजार से ज्यादा वोट ला चुके थे. वहीं 2009 में वह दूसरे स्थान पर थे.
चमरा उस चुनाव में एक लाख 44 हजार वोट लाकर कांटे के संघर्ष में मात्र आठ हजार वोट से भाजपा के उम्मीवार व वर्तमान में केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत से हारे थे. उस चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रामेश्वर उरांव तीसरे स्थान पर रहे थे. ऐसे में चमरा यूपीए के लिए बड़ी परेशानी थे. झामुमो और कांग्रेस चमरा को मनाने में कामयाब रहे.
अब सुदर्शन भगत व कांग्रेस के प्रत्याशी सुखदेव भगत आमने-सामने होंगे. लोहरदगा में राजनीति किस करवट बैठेगी, समय बतायेगा. लेकिन इस सीट पर तीखा संघर्ष होता रहा है. हार-जीत का अंतर काफी कम रहा है. उधर, पलामू में भाजपा के वर्तमान सांसद बीडी राम मैदान में हैं. वहीं यूपीए गठबंधन से घूरन राम उनके सामने डटने के लिए तैयार हैं. इस सीट पर यूपीए इंटैक्ट रहा.
चतरा में राजद के प्रत्याशी देने के बाद भी कांग्रेस ने प्रत्याशी नहीं उतारा. लेकिन राज्य के पूर्व मंत्री दुलाल भुइंया की पत्नी अंजना भुइंया ने बसपा से नामांकन किया है. अंजना भुइंया पलामू में एनडीए-यूपीए के बीच कोण बनाने उतरी है़ं इधर, चतरा में यूपीए दरक चुका है. राजद के सुभाष यादव ने मैदान में उतर कर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी है. कांग्रेस ने बरही के विधायक मनोज यादव को उतारा है.
चतरा में यूपीए गठबंधन के ये दोनों दल एक दूसरे का रास्ता काटेंगे़ राजद-कांग्रेस की तनातनी के बीच भाजपा के सुनील सिंह समीकरण ठीक करेंगे. चतरा का चुनावी जंग त्रिकोणीय मुकाबले में फंसता दिख रहा है. चतरा की राजनीति गरम है. भाजपा के वर्तमान सांसद सुनील सिंह दिल्ली के भंवर से अपने लिये टिकट लेकर आये हैं. अब चुनावी रण में कौशल दिखाना है. राजनीतिक हालात बहुत कुछ कह रहे हैं, लेकिन चुनावी खेल का अपना रंग है़
तीनों सीटें भाजपा के कब्जे में
पहले चरण में होनेवाले लोकसभा चुनाव में चतरा, पलामू और लोहरदगा की सीट भाजपा के पास है. भाजपा ने पिछले चुनाव में इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया था. भाजपा को अपनी साख बचाने की चुनौती होगी. वहीं यूपीए को भाजपा के गढ़ में सेंधमारी की रणनीति बनानी होगी. पहले चरण के इन तीन सीटों पर चुनावी संघर्ष तगड़ा होगा. एनडीए-यूपीए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे़

Next Article

Exit mobile version