रांची : योजनाओं की हुई समीक्षा, तीन ठेकेदार होंगे डिबार
रांची : नक्सल इलाकों में चल रही सड़क व पुल योजनाअों की समीक्षा मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में हुई. पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रास बिहार सिंह ने आरसीपीएलडब्ल्यूएइ के तहत चल रही योजनाअों की समीक्षा की. काम में काफी देरी करनेवाले तीन ठेकेदारों मेसर्स मंताशा कंस्ट्रक्शन, संतोष यादव व मंगोतिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड […]
रांची : नक्सल इलाकों में चल रही सड़क व पुल योजनाअों की समीक्षा मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में हुई. पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रास बिहार सिंह ने आरसीपीएलडब्ल्यूएइ के तहत चल रही योजनाअों की समीक्षा की.
काम में काफी देरी करनेवाले तीन ठेकेदारों मेसर्स मंताशा कंस्ट्रक्शन, संतोष यादव व मंगोतिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को डिबार करने का आदेश दिया. इन तीनों कंपनियों को पुल का काम दिया गया है. मंताशा कंस्ट्रक्शन लोहरदगा, संतोष यादव गुमला व मगोतिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड पूर्वी सिंहभूम में पुल बनवा रहा है. अभियंता प्रमुख ने कहा कि काम में तेजी लायें और समय से काम कर लें, तो डिबार सूची से नाम हटा दिया जायेगा.
तब तक वे डिबार सूची में रहेंगे. मालूम हो कि आरसीपीएलडब्ल्यूएइ के तहत राज्य के नक्सल क्षेत्रों में 15 सड़कें व 63 पुलों का काम चल रहा है. अभियंता प्रमुख ने कई ठेकेदारों की प्रगति धीमी देखते हुए उन्हें एक माह का समय दिया है, ताकि वे काम की प्रगति दुरुस्त कर लें. उन्हें कहा गया कि अगर वे काम की गति तेज नहीं करते हैं, तो उन्हें भी डिबार किया जायेगा. वहीं समय से पहले काम पूरा करनेवाले ठेकेदारों को सम्मानित करने का भी आदेश दिया गया.
संबंधित इंजीनियरों से कहा गया कि वे यह देखें कि कौन ठेकेदार नक्सल इलाके में समय से पहले काम पूरा करते हैं. उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा. श्री सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत बन रहे सड़क व पुल के लिए केंद्र सरकार 60 फीसदी राशि दे रही है. वहीं राज्य सरकार का शेयर 40 फीसदी है. यह प्रयास किया जा रहा है कि सारी योजनाअों को समय के पहले पूरा करा लिया जाये.