रांची : नये सत्र के विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम जरूरी : यूजीसी
रांची : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विवि व कॉलेजों में नये सत्र में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम जरूरी कर दिया है. इसके लिए यूजीसी की ओर से गाइड लाइन जारी किया गया है. यूजीसी ने सभी विवि को निर्देश दिया है कि नामांकन प्रक्रिया जुलाई तक पूरी कर लेनी है. […]
रांची : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विवि व कॉलेजों में नये सत्र में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम जरूरी कर दिया है. इसके लिए यूजीसी की ओर से गाइड लाइन जारी किया गया है. यूजीसी ने सभी विवि को निर्देश दिया है कि नामांकन प्रक्रिया जुलाई तक पूरी कर लेनी है. साथ ही एक अगस्त से कक्षाएं आरंभ कर देनी है.
सभी विवि व कॉलेज में रैगिंग रोकने के लिए कमेटी को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया है. यूजीसी के सचिव ने कहा है कि स्कूल के बाद विद्यार्थियों का कॉलेज जाना और स्नातक के बाद स्नातकोत्तर कोर्स में दाखिला लेना ट्रांजिट पीरियड होता है. इस इंडक्शन प्रोग्राम के माध्यम से विद्यार्थियों को उनकी जिम्मेदारियों और अधिकारों के बारे में जानकारी हो.
ट्रेनिंग के लिए विवि से शिक्षकों के नाम मांगे गये : यूजीसी ने विवि के कुलपति को पत्र भेज कर विद्यार्थियों के इंडक्शन प्रोग्राम के लिए तीन शिक्षकों के नाम मांगे हैं. यूजीसी द्वारा इन शिक्षकों को विवि व कॉलेजों में स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम व फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम के लिए प्रशिक्षण दिलाया जायेगा.
यूजीसी ने विवि से 15 अप्रैल तक नाम मांगे हैं. प्रशिक्षण के बाद इन शिक्षकों का दायित्व होगा कि वे विवि व कॉलेजों में विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम करायें. यूजीसी ने इन शिक्षकों का नाम, पदनाम, ई-मेल, मोबाइल नंबर व संक्षिप्त बायोडाटा यूजीसी के अपर सचिव डॉ रेणु बत्रा के पास भेजने का निर्देश दिया है.