मनिका विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा हार्डकोर बड़ा विकास
रांची : भाकपा माओवादी का हार्डकोर नक्सली रहा बड़ा विकास उर्फ बालकेश्वर उरांव उर्फ विनय उरांव सरेंडर के बाद फिलवक्त न्यायिक हिरासत में हजारीबाग ओपेन जेल में है. विकास आनेवाले विधानसभा चुनाव में मनिका विधानसभा से ताल ठोकने की तैयारी में है. संगठन में रहते हुए वोट का बहिष्कार करने और चुनाव से दूर रहने […]
रांची : भाकपा माओवादी का हार्डकोर नक्सली रहा बड़ा विकास उर्फ बालकेश्वर उरांव उर्फ विनय उरांव सरेंडर के बाद फिलवक्त न्यायिक हिरासत में हजारीबाग ओपेन जेल में है. विकास आनेवाले विधानसभा चुनाव में मनिका विधानसभा से ताल ठोकने की तैयारी में है.
संगठन में रहते हुए वोट का बहिष्कार करने और चुनाव से दूर रहने की बात करनेवाला यह शख्स चुनावी वैतरणी पार कर अपनी आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बड़ा विकास चुनाव लड़ने के मूड में है. वह चुनाव के जरिये पूरी तरह से मुख्यधारा में जुड़ने की बात मिलने गये लोगों से करता है.
भाकपा माओवादी बिहार-झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य था विकास : ज्ञात हो कि 14 जुलाई 2016 काे बड़ा विकास ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी डीके पांडेय के समक्ष हथियार के साथ सरेंडर किया था. सरेंडर के बदले उसे इनाम की राशि 25 लाख रुपये के अलावा राइफल के बदले 15 लाख रुपये मिले थे.
इसके अलावा अधिकारियों ने घर बनाने के लिए मुफ्त जमीन, समूह बीमा और बच्चों की मुफ्त शिक्षा की भी बात कही थी. मूल रूप से लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र के डोकी गांव निवासी बड़ा विकास भाकपा माओवादी बिहार-झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य था.
इस पर झारखंड के दो जिलों लातेहार में 37, गढ़वा में 17 और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में 22 मामले दर्ज थे. उसने सरेंडर के वक्त कहा था कि वर्ष 1993-94 में जमींदारों के शोषण के खिलाफ वह माओवादी सदस्य मदन पाल और रंजन के समझाने पर संगठन में शामिल हुआ था.