बड़ी फैक्ट्रियों में नहीं किया जा रहा है सुरक्षा मानकों का पालन

रांची : राज्य की बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है. इसी कारण मुरी में हिंडालको वाली घटना हुई है. कई बड़ी-बड़ी कंपनियों में स्टेबिलिटी टेस्ट के नाम पर खानापूर्ति हो रही है. इससे जुड़े अधिकारियों ने बताया कि स्टेबिलिटी टेस्ट के लिए कंपनी या निजी व्यक्ति को सूचीबद्ध किया जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2019 1:35 AM

रांची : राज्य की बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है. इसी कारण मुरी में हिंडालको वाली घटना हुई है. कई बड़ी-बड़ी कंपनियों में स्टेबिलिटी टेस्ट के नाम पर खानापूर्ति हो रही है.

इससे जुड़े अधिकारियों ने बताया कि स्टेबिलिटी टेस्ट के लिए कंपनी या निजी व्यक्ति को सूचीबद्ध किया जाता है. सूचीबद्ध संस्था या व्यक्ति का काम है सालाना कंपनियों के कार्यों का स्टेबिलिटी टेस्ट करना, लेकिन संबंधित विभाग द्वारा संस्था या व्यक्ति को इस काम करने के लिए सूचीबद्ध करने में ही गड़बड़ी की जाती है.
कई कंपनियों ने तो सिविल के लिए सूचीबद्ध कंपनियों को मैकेनिकल स्टेबिलिटी टेस्ट का काम दे दिया है. इसे संबंध विभाग के अधिकारी स्वीकार भी करते हैं. संबंधित विभाग द्वारा एक-एक एजेंसी को कई नामों से सूचीबद्ध किया जा रहा है. राज्य में काम नहीं करने वाली संस्था को यहां सूचीबद्ध कर दिया जाता है.
जिला स्तर पर किया जाने लगा है सूचीबद्ध
विभाग पहले किसी भी संस्था को राज्य स्तर पर स्टेबिलिटी टेस्ट के लिए सूचीबद्ध करता था. अब यह काम जिला स्तर पर होने लगा है. संस्था या व्यक्ति को जिला स्तर पर काम के लिए सूचीबद्ध किया जा रहा है. इससे जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पूरे देश में ऐसी व्यवस्था नहीं है.

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