प्रीमियम ट्रेन है राजधानी एक्सप्रेस, भाड़ा हवाई जहाज से भी ज्यादा, इसके बावजूद इतनी बड़ी लापरवाही कैसे

रेलवे की व्यवस्था पर यात्रियों ने उठाये सवाल, कहा रांची : रांची से बुधवार को नयी दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस की कपलिंग टूटने और काफी देर से खुलने को लेकर यात्रियों में काफी आक्रोश देखा गया. ट्रेन के लेट होने की वजह से रांची रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर-1 यात्रियों से खचाखच भरा हुआ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2019 8:52 AM

रेलवे की व्यवस्था पर यात्रियों ने उठाये सवाल, कहा

रांची : रांची से बुधवार को नयी दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस की कपलिंग टूटने और काफी देर से खुलने को लेकर यात्रियों में काफी आक्रोश देखा गया. ट्रेन के लेट होने की वजह से रांची रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर-1 यात्रियों से खचाखच भरा हुआ था.

वहीं, राजधानी ट्रेन के साथ हुए हादसे को लेकर इसमें सवार यात्री भावना खन्ना, डॉ एसएन अब्बास व डॉ एस दीक्षित ने रेलवे की व्यवस्था पर सवाल उठाये. कहा : जब इस प्रीमियम ट्रेन का यह हाल है, तो अन्य ट्रेनों का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. राजधानी का किराया हवाई जहाज से ज्यादा है. जबकि, यात्रियों की सुरक्षा का कोई ख्याल नहीं. फिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई? इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. वहीं, ट्रेन में सवार महिपाल सिंह ने कहा कि राजधानी के लेट होने से हमलोगों का संबंधित ट्रेन में छूट जायेगी. पहले यहां पर परेशानी फिर वहां पर.

यात्रियों के परिजन भी रहे परेशान : यात्रियों को छोड़ने आये उनके परिजनों में भी ट्रेन के हादसे को लेकर चिंता देखी गयी. उनका कहना था कि दिल्ली तो काफी दूर है. घटना रांची में ही हो गयी. अगर यह ट्रेन अपनी पूरी गति में रहती और रात के अंधेरे में सुनसान इलाके में कपलिंग टूट जाती तब क्या होता? कई लोगों की जान भी जा सकती थी. रेलवे को इस घटना से सबक लेते हुए ट्रेनों की सुरक्षित परिचालन की व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही घटना के लिए जो दोषी है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

जब राजधानी जैसे ट्रेन का यह हाल है, तो और ट्रेनों की स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.

श्रेयांस

ट्रेन का परीक्षण कैसे हुआ, यह बड़ा सवाल है. लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

सतीश चंद्र झा

रेलवे की पूरी व्यवस्था चौपट है. वीआइपी ट्रेन का यह हाल है, तो अन्य का हाल समझा जा सकता है.

दीपक कुमार

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