तीन सुरक्षित सीटों पर चुनाव यूपीए-एनडीए के लिए चुनौती, खूंटी व लोहरदगा में खेल ली पारी, अब राजनीति के करवट लेने की बारी

रांची : राज्य की पांच एसटी सुरक्षित सीटों का चुनाव परिणाम अहम होगा. इन पांच सुरक्षित सीटों पर यूपीए-एनडीए की नजर टिकी है़ आनेवाले दो चरण की तीन एसटी सुरक्षित सीटों पर चुनाव बाकी है. कोल्हान में सिंहभूम और संताल परगना में दुमका व राजमहल में चुनाव होना है़ इन तीन सीटों में दो झामुमो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2019 8:34 AM
रांची : राज्य की पांच एसटी सुरक्षित सीटों का चुनाव परिणाम अहम होगा. इन पांच सुरक्षित सीटों पर यूपीए-एनडीए की नजर टिकी है़ आनेवाले दो चरण की तीन एसटी सुरक्षित सीटों पर चुनाव बाकी है. कोल्हान में सिंहभूम और संताल परगना में दुमका व राजमहल में चुनाव होना है़ इन तीन सीटों में दो झामुमो के पास व एक भाजपा के पास है़ दोनों ही दलों के लिए अपनी जमीन बचाने की चुनौती होगी.
दुमका से शिबू सोरेन व सिंहभूम से लक्ष्मण गिलुवा के भाग्य का फैसला होना है़ एक झामुमो के सुप्रीमो हैं, तो दूसरे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष है़ं दोनों ही दलों को अपनी नाक बचानी है़
दुमका में शिबू का खूंटा हिलाने के लिए भाजपा ने पूरा दम लगाया है़ संताल परगना में भाजपा ने दुमका के रास्ते घुसने की रणनीति बनायी है़ शिबू को शिकस्त देकर भाजपा बड़ा संदेश देना चाहती है़ हालांकि राज्य गठन के बाद लगातार शिबू ने इस सीट पर जीत हासिल कर साबित किया है कि दूसरे दलों के लिए यहां फतह आसान नहीं है़ उधर, राजमहल में वर्तमान सांसद विजय हांसदा के सामने भाजपा के हेमलाल मुरमू है़ं हेमलाल मुरमू झामुमो में रह चुके हैं, वह उसके वोट बैंक में सेंधमारी कर दिल्ली तक का रास्ता तय करना चाहते है़ं इधर, कोल्हान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के सामने कांग्रेस की गीता कोड़ा है़ं
कांग्रेस ने इस सीट पर ताकत झोंकी है़ अपने स्टार प्रचारक राहुल गांधी को उतारा है़ आदिवासी गोलबंदी कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गिलुवा के लिए मुश्किल खड़ा करने की योजना बनायी है़ हालांकि गिलुवा ने भी भाजपा के आधार वोट बैंक को समेट कर रखने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा है़ इधर, लोकसभा की दो सुरक्षित सीटों पर चुनाव हो चुका है़ एनडीए-यूपीए दोनों अपनी पारी खूंटी व लोहरदगा में खेल चुके है़ं
दोनों ही सीटों पर तीखा संघर्ष है़ खूंटी में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की घेराबंदी की है़ खूंटी संसदीय क्षेत्र के कोलेबिरा, सिमडेगा व खूंटी में समीकरण को अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश की है़ कांग्रेस के कालीचरण मुंडा राजनीति के माहिर अर्जुन मुंडा के सामने अपनी फील्डिंग कर ली है़
वहीं अर्जुन मुंडा ने खरसावां व तामाड़ में अपना जलवा दिखाया है़ इस सीट पर एक-एक वोट का हिसाब लगना बाकी है़ लोहरदगा में कांग्रेस व भाजपा के बीच आर-पार की लड़ाई है़ दोनों दलों के बीच बेजोड़ चुनावी संघर्ष हुआ है़ कुल मिला कर इन पांच एसटी सीटों का चुनाव परिणाम राज्य की राजनीति को अलग दिशा देगा.

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