रांची : पान मसालों में मिला मैग्नीशियम कार्बोनेट, हाइपर टेंशन, डिप्रेशन व हृदयाघात का खतरा

संजय पान पराग, पान बहार, शिखर, दिलखुश, राज निवास व मधु रांची : झारखंड में खैनी या तंबाकू प्रतिबंधित है. इतना ही नहीं, वैसे पान मसाले की बिक्री व सेवन पर भी रोक है, जिनमें तंबाकू मिला होता है. पर कई पान मसाला व गुटका उत्पादक अपने उत्पाद पर नौ टोबैको (तंबाकू नहीं) लिखते हैं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2019 7:45 AM
संजय
पान पराग, पान बहार, शिखर, दिलखुश, राज निवास व मधु
रांची : झारखंड में खैनी या तंबाकू प्रतिबंधित है. इतना ही नहीं, वैसे पान मसाले की बिक्री व सेवन पर भी रोक है, जिनमें तंबाकू मिला होता है. पर कई पान मसाला व गुटका उत्पादक अपने उत्पाद पर नौ टोबैको (तंबाकू नहीं) लिखते हैं, यानी इनमें तंबाकू मिला हुआ नहीं है. ऐसे कई पान मसाला बाजार में उपलब्ध हैं आैर लोग धड़ल्ले से इनका सेवन करते हैं.
इधर राज्य खाद्य जांच प्रयोगशाला ने ऐसे पांच-छह उत्पाद की जांच की तथा पाया कि इनमें मैग्नीशियमजिन उत्पादाें में इस रसायन की मात्रा पायी गयी, उनमें पान पराग, पान बहार, शिखर, दिलखुश, राज निवास व मधु ब्रांड के पान मसाले शामिल हैं. गौरतलब है कि विभिन्न पान मसाले में निकोटिन व अन्य रसायन होने संबंधी शक व सवाल उठते रहे हैं. पूर्व में भारत सरकार ने भी विभिन्न राज्यों को पत्र के माध्यम से यह बताया था कि किसी भी खाद्य में कैल्शियम कार्बोनेट नहीं होना चाहिए.
खूब हो रहा प्रयोग : ज्यादातर युवा वर्ग मसाला व गुटका की चपेट में हैं. सड़क, चौराहों व पान की दुकान में पुड़िया खोल, मुंह फाड़ कर पान मसाला व गुटका खाते लोगों के दर्शन कहीं भी हो सकते हैं. पान मसाला या गुटका कोई सस्ती चीज भी नहीं है. जानकारों के अनुसार बमुश्किल 50 पैसे से एक रुपये लागत वाले ये मसाले बाजार में पांच रुपये में बेचे जाते हैं.
मैग्नीशियम कार्बोंनेट घातक
राज्य खाद्य निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक मैग्नीशियम कार्बोनेट इंसान के लिए खतरनाक रसायन है तथा इसके अोवरडोज से कई परेशानी हो सकती है. इससे मिचली, उल्टी, डायरिया तथा मुंह, होंठ, जीभ व गले में सूजन तथा हाइपर टेंशन जैसी परेशानियों के साथ डिप्रेशन, मांसपेशियों की कमजोरी, पेशाब में रुकावट सहित हृदयाघात की भी आशंका बढ़ जाती है.

Next Article

Exit mobile version