रिजल्ट का इंतजार : सब कर रहे जीत का दावा
लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण खत्म होने के बाद प्रत्याशी रिलैक्स मूड में हैं. चुनाव परिणाम से एक दिन पूर्व प्रत्याशी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर निष्कर्ष पर विचार-विमर्श करते नजर आये. मतगणना के दिन आनेवाले कार्यकर्ता व समर्थकों के लिए सुविधाएं व्यवस्थित करने में व्यस्त रहे. साथ ही एक-दूसरे की कमजोरी और अपना मजबूत पक्ष गिनाते […]
लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण खत्म होने के बाद प्रत्याशी रिलैक्स मूड में हैं. चुनाव परिणाम से एक दिन पूर्व प्रत्याशी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर निष्कर्ष पर विचार-विमर्श करते नजर आये. मतगणना के दिन आनेवाले कार्यकर्ता व समर्थकों के लिए सुविधाएं व्यवस्थित करने में व्यस्त रहे. साथ ही एक-दूसरे की कमजोरी और अपना मजबूत पक्ष गिनाते नजर आये.
इस सब के बीच सभी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आये. जनता पर भरोसा जता रहे हैं. हालांकि कई प्रत्याशियों का यह भी कहना है कि परिणाम को लेकर थोड़ा टेंशन लाजिमी है. अब देखना यह है कि 23 मई को किन-किन प्रत्याशियों के सिर पर जीत का सेहरा बंधेगा और किन्हें हार का सामना करना पड़ेगा.
गोड्डा
मतगणना को लेकर कोई टेंशन नहीं, रिलैक्स मूड में हूं : निशिकांत
गोड्डा लोकसभा सीट की जनता लगातार तीसरी बार मेरे साथ है. जीत के प्रति 200 प्रतिशत आश्वस्त हूं. उक्त बातें गोड्डा से भाजपा प्रत्याशी डॉ निशिकांत दुबे ने कही. उन्होंने कहा कि मतगणना को लेकर कोई टेंशन नहीं है. पूरे रिलैक्स मूड में हूं. कार्यकर्ता आ रहे हैं. उनसे बातें हो रही हैं. फीडबैक दे रहे हैं. कुल मिला कर देखें, तो इस बार का चुनाव जनता ने खुद लड़ा है और जनता की बदौलत ही मेरी जीत होगी.
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मेरी ताकत गोड्डा लोकसभा क्षेत्र की जनता, मेरा परिवार और भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता रहे हैं. आम कार्यकर्ता और जनता जिससे मैं मिला भी नहीं था, उन्होंने मोदी जी को दोबारा पीएम बनाने के लिए वोट किया. मेरी पत्नी अॉपरेशन के तुरंत बाद मेरे कैंपेन में जुट गयी थी, जबकि डॉक्टर ने उसे रेस्ट के लिए कहा था. बुधवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक भी की़
वोटों का समीकरण मेरी ताकत, जीत मेरी होगी : प्रदीप यादव
गोड्डा सीट से महागठबंधन की जीत तय है, लेकिन विरोधियों की बातें सुनता हूं, तो टेंशन होना स्वाभाविक है. उक्त बातें गोड्डा से महागठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप यादव ने कही. उन्होंने कहा कि जब अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठ कर निष्कर्ष निकालता हूं, तो फिर रिलेक्स महसूस करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हूं. फिर भी हम कह नहीं सकते हैं.
जिस प्रकार से मीडिया का प्रचार है और विरोधियों का प्रोपेगैंडा है, वह हमारी जीत के विश्वास को हिला कर रख देता है. पर विचार और जोड़-घटाव के बाद पाते हैं कि हर हाल में हमारी जीत है. श्री यादव ने कहा कि मेरी ताकत वोट का समीकरण है और इसमें महागठबंधन के सभी साथियों का वोट बैंक बड़ा अहम है. हमारा स्थानीय होना, सहजता से जनता से मिलना, ये मेरी ताकत है. बुधवार को प्रदीप यादव अपने समर्थकों से घिरे रहे़
दुमका
परिणाम को लेकर चिंतित नहीं, जनता का मिला है साथ: शिबू
आठ बार लोकसभा चुनाव में दुमका से जीत दर्ज कर चुके झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन इस बार भी अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. चेहरे पर कोई शिकन नहीं. न ही उम्र की इस दहलीज पर चुनावी थकान. शिबू सोरेन ने कहा कि उनकी ताकत हर समाज की जनता रही है, कोई खास वर्ग नहीं. जनता का इस चुनाव में भी भरपूर साथ मिला है.
उन्होंने जम कर वोट किया है. पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ गंठबंधन के साथियों ने भी इस बार खूब मेहनत की है. जनता ने पांच साल में भाजपा का शासन देखा है. इसलिए वे भाजपा से असंतुष्ट हैं. दुमका की जनता हमें जानती है और हम उन्हें. गुरुजी ने कहा कि भाजपा के राज में आदिवासियों-मूलवासियों और अल्पसंख्यक समुदाय की स्थिति खराब हुई है.
शानदार रहा चुनाव, प्रदर्शन भी होगा शानदार: सुनील सोरेन
भाजपा प्रत्याशी सुनील सोरेन ने कहा कि दुमका का चुनाव अंतिम चरण में था. लिहाजा इस बार का चुनाव प्रचार भले ही लंबा चला, लेकिन कार्यकर्ताओं से लेकर समर्थकों में जबरदस्त उत्साह दिखा. उतनी ही जबरदस्त भागीदारी जनता जनार्दन ने दिखायी है. जनता का जो साथ दिखा, उससे इन चुनावी जनसंपर्क की थकान दूर होती गयी.
सुनील ने बताया कि इस चुनाव की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि जनता ने खूब उत्साह दिखाया और जागरूक मतदाता के रूप में मुद्दे पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. ये मुद्दे राष्ट्रीय हित के थे. पांच साल में हुए विकास भी मुद्दे रहे. जनता किसी बहकावे में नहीं थी. वो प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को दुबारा लाना चाहती है. इसके लिए उन्होंने वोट डाला है.
जमशेदपुर
कार्यकर्ताओं से आगे रहे मतदाता, जीत तय : विद्युत वरण महताे
जमशेदपुर लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी विद्युत वरण महताे अपनी जीत की प्रति शत-प्रतिशत आश्वस्त दिखे. उन्होंने कहा कि इस बार देश में पहली बार ऐसा चुनाव हुआ, जहां कार्यकर्ताओं से आगे मतदाता दिखे. कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं से मिल रहे थे, लोग सिर्फ यही कह रहे थे दोबारा पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी काे ही देखना चाहते हैं. विपक्ष जहां फर्जी हथकंडा अपना कर नरेंद्र माेदी काे हटाने का षड्यंत्र रच रहा है, वहीं दूसरी आेर जनता सिर्फ और सिर्फ माेदी काे ही पीएम के रूप में देखना चाहती है.
मतगणना के एक दिन पूर्व बुधवार काे विद्युत वरण महताे बिष्टुपुर स्थित कार्यालय में सामान्य दिनाें की तरह कामकाज निबटा रहे थे. विद्युत ने कहा कि सब कुछ हाे जाये, यह संभव नहीं है, लेकिन यदि प्रयास भी नहीं किया गया, ताे फिर सब बेकार है. बुधवार को वे अपने परिवार के बीच रहे.
शहर से लेकर गांव की जनता ने मुझ पर भरोसा किया : चंपई सोरेन
जमशेदपुर संसदीय सीट से यूपीए महागठबंधन के प्रत्याशी चंपई सोरेन ने कहा कि रिजल्ट को लेकर कोई टेंशन नहीं है. जीत के प्रति शत प्रतिशत आश्वस्त हूं. मुझे आशा ही नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास है कि शहर से लेकर गांव की जनता ने मुझ पर भरोसा किया है.
गांवों-जंगलों के अंदर चौदह हजार सरकारी स्कूलों को बंद करने पर आम लोगों में आक्रोश है. आखिर उनके बच्चें कहां जायेंगे. कैसे पढ़ाई करेंगे. इस चुनाव में सरकार के खिलाफ जनता का आक्रोश दिखा.
उन्होंने कहा कि जो कह रहे हैं कि शहर के वोटरों में झामुमो या महागठबंधन की पकड़ नहीं थी, इस कारण विरोधी को ज्यादा वोट मिलेगा, उन्हें रिजल्ट आने के बाद करंट लग जायेगा. इस बार चुनाव प्रचार का काफी वक्त मिल गया था. इस दौरान शहरी क्षेत्र में हर जाति, धर्म के बेरोजगार, ठेका मजदूरों का मुझे काफी प्यार मिला. वहीं सुदूर गांवों के लोगों का भी पूरा समर्थन मिला.
चाईबासा
अब सिर्फ जीत का प्रमाणपत्र लेना बाकी रह गया है : गीता कोड़ा
चाईबासा संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा अपनी जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हैं. वह मतगणना से एक दिन पूर्व घरेलू कामकाज निपटाती रहीं. रोज की तरह चाईबासा मधु बाजार से सब्जियां खरीदी. उन्होंने कहा कि मतगणना को लेकर उन्हें कोई तनाव नहीं है. महागठबंधन का साथ, मतदाताओं का रुझान, कार्यकर्ताओं से मिला प्यार व बुजुर्गों एवं महिलाओं के आशीर्वाद के सहारे उन्हें जीत का यकीन हो चुका है.
इसलिए इत्मीनान से घरेलू काम में लगी हूं. उन्होंने कहा कि उन्हें सिंहभूम की सभी छह विधानसभा सीटों से बढ़त मिलेगी. भाजपा को जिस सरायकेला क्षेत्र पर नाज है, वहां भी उन्होंने जीत का दावा किया. इस बार 2014 से भी अधिक मत हमारे पक्ष में पड़े है.
हम कहीं कमजोर नहीं रहे, हमसे कोई चूक नहीं हुई : लक्ष्मण गिलुवा
चाईबासा से भाजपा प्रत्याशी सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि मेरी जीत 100 प्रतिशत सुनिश्चित है. इसलिए वे पूरी तरह तनावमुक्त हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के आरंभ से अब तक वे टेंशन फ्री रहे. मेरी जीत का आधार भाजपा सरकार के काम हैं.
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कई ऐसे कार्य किये, जिसका लाभ सीधे जनता को मिला. इससे हमारी जीत का आधार पक्का हुआ है. 2014 में मोदी जी के कार्यों से देश पूरी तरह अवगत नहीं था, लेकिन पांच सालों में देश की जनता ने एक सशक्त प्रधानमंत्री देखा.
इसलिए 2019 के चुनाव में भी सिंहभूम की जनता ने भाजपा के पक्ष में एकतरफा मतदान किया है. यही कारण है कि मैं अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हूं. मेरी ताकत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हमारा संगठन है व भाजपा के कार्यकर्ता हैं. हम कहीं कमजोर नहीं रहे. किसी भी नजरिये से हमसे चूक नहीं हुई.
राजमहल
मतदाताओं का जो रुझान मिला है, उससे मेरी जीत पक्की : हांसदा
राजमहल लोकसभा सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी विजय हांसदा ने कहा कि इस बार चुनाव में महिला वोटरों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. यह अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि दो महीने के चुनाव के बाद दो दिन से रिलेक्स मूड में हूं. 23 मई को रिजल्ट है. इसको लेकर कुछ तो टेंशन जरूर है. उन्होंने कहा कि हम लगातार दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं.
एक बार बरहेट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. इसलिए चुनाव में अपनों व परायों को पहचानने में देर नहीं लगती है. उन्होंने कहा कि इस बार स्थानीय मुद्दा खासकर आदिवासी बहुल क्षेत्र में अडाणी ग्रुप द्वारा जमीन छीन लेने का ही मुख्य मुद्दा रहा. अभी मतगणना के लिए अपने कार्यकर्ताओं को लगाने पर चर्चा हो रही है. चुनाव में सुबह सात बजे से रात दो बजे तक प्रचार-प्रसार करना पड़ रहा था. साथ ही रूठे हुए लोगों को मनाने में भी समय लगा.
अॉल इज वेल, देश को सशक्त नेतृत्व की जरूरत है : हेमलाल
दो महीने तक पूरे राजमहल लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार में हम व्यस्त रहे. चुनाव में यही अनुभव रहा कि पैसा का ही बोलबाला रहता है. क्षेत्र की जनता का अपरा समर्थन मिला है. चुनाव खत्म होने के बाद काफी रिलेक्स महसूस कर रहा हूं. अब अपने घर पर रह कर कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं.
हमें लग रहा है कि इस बार चुनाव में स्थानीय सहित केंद्रीय मुद्दा व मोदी की लहर हावी रहा. हम जीत के प्रति आश्वस्त हैं. मतगणना के दिन गुरुवार को पूरी टीम के साथ साहेबगंज में रहेंगे. सुबह में पूजा-अर्चना करने के बाद वज्रगृह में जायेंगे. उन्होंने कहा कि ऑल इज वेल है, कहीं कोई शंका नहीं है. उन्होंने कहा कि देश को सशक्त नेतृत्व की जरूरत है. ऐसे में नरेंद्र मोदी से बेहतर कोई नहीं है.
धनबाद
जीत की हैट्रिक लगायेंगे : पशुपति
लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर कोई टेंशन नहीं है. भाजपा कार्यकर्ता जीत के मार्जिन को लेकर बात कर रहे हैं. विरोधी कहीं भी मैदान में नहीं हैं. यह कहना है धनबाद से भाजपा प्रत्याशी पशुपति नाथ सिंह का. चुनाव के बाद वे अपने आवास पर परिजनों के साथ ज्यादा समय बिता रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोयलांचल में इस चुनाव में लोगों ने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर मतदान किया है. लगातार 24 वर्षों से धनबाद का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. जनता के बीच हमेशा रहते हैं. यही मेरी सबसे बड़ी ताकत है. धनबाद से जीत की हैट्रिक लगायेंगे. आम जनता भी यही चर्चा कर रही है कि जीत का अंतर क्या होगा.
उम्मीद है कि इस बार चार लाख से ज्यादा अंतर से जीतेंगे. चुनाव प्रचार के दौरान हर जगह जनता का अपार स्नेह मिला. सांसद के रूप में पिछली बार जो वादा किया था, उसे पूरा किया. इस बार हर जगह अच्छा ही अनुभव रहा. पार्टी कार्यकर्ता भी भीषण गर्मी के बावजूद उत्साह के साथ डटे रहे. बुधवार को वे अपने परिवार के बीच रहे.
धनबाद के लोगों का प्यार मिला : कीर्ति
कांग्रेस प्रत्याशी सह दरभंगा के सांसद कीर्ति आजाद भी धनबाद से जीत के प्रति आश्वस्त हैं. वे कहते हैं कि धनबाद के लोगों ने उन्हें काफी प्यार दिया. उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि यहां के लोगों की सेवा करने का मौका मिलेगा. चुनाव में धनबल नहीं, जनबल जीतेगा.
प्रचार के दौरान जहां भी गये, लोगों ने हाथों-हाथ लिया. धनबाद की जनता वर्तमान सांसद से काफी निराश व दुखी है. पिछले 10 वर्षों के दौरान यहां विकास का कोई काम सही तरीके से नहीं हुआ. जनता का विश्वास व ईमानदारी ही मेरी ताकत है. पूरा देश जानता है दरभंगा के सांसद के रूप में मैंने कैसे काम किया.
धनबाद के लोग भी एक मजबूत सांसद की तलाश में थे. यह तलाश पूरी हुई. 23 मई का चुनाव परिणाम यहां के लोगों के सपने को साकार करेगा. पहली बार झारखंड से लड़ा. धरती पुत्र को अपने बीच पाकर यहां के लोग काफी खुश थे. कहीं किसी तरह के विरोध का समाना नहीं करना पड़ा. एग्जिट पोल से उत्साहित विरोधियों की हवा गुरुवार को मतगणना के बाद निकल जायेगी.
रिलैक्स हूं, जनता ने मेरे पक्ष में फैसला दे दिया है : चंद्र प्रकाश
गिरिडीह लोकसभा सीट से एनडीए समर्थित आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि 23 मई की मतगणना उनके लिए मात्र औपचारिकता रह गयी है. 12 मई को मतदान के दिन ही गिरिडीह संसदीय क्षेत्र की जनता ने उनके पक्ष में फैसला दे दिया है. लोगों ने गिरिडीह के विकास के लिए एनडीए के पक्ष में वोट दिया है. साथ ही लोगों का रुझान देखने से ही यह स्पष्ट हो गया था कि सभी पुन: देश में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को देखना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि दो लाख से भी ज्यादा मतों के अंतर से इस सीट पर मेरी जीत होगी. मैं अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हूं तथा 23 मई की मतगणना को लेकर एकदम रिलैक्स मूड में हूं. कहीं कोई टेंशन नहीं है. झारखंड में 2014 से बेहतर स्थिति एनडीए की रहेगी तथा करीब 13 सीटें एनडीए को मिलेगी. प्रचार के दौरान जनता से मिला अपार जनसमर्थन बेहद सुकून देने वाला रहा.
एनडीए की हवा निकल चुकी है, मेरी जीत तय : जगरनाथ
गिरिडीह लोकसभा सीट से महागठबंधन की ओर से झामुमो प्रत्याशी तथा डुमरी के विधायक जगरनाथ महतो ने कहा कि 12 मई को वोट के दिन जनता के रुख से उनकी जीत तय है. जीत के प्रति शत-प्रतिशत आश्वस्त हैं. यहां एनडीए की हवा निकल चुकी है.
23 मई को उनके पक्ष में जनता का जवाब आयेगा. अब यह देखना है कि कितने मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे. जिस तरह मैं जनता के बीच उनके सुख-दुख में सक्रिय रहता हूं, निश्चित रूप से इसका रिटर्न जनता मुझे चुनाव में जीत दर्ज करा कर देगी.
काउंटिंग को लेकर कोई टेंशन नहीं है. जनता का समर्थन ही उनकी ताकत है. मतदान के बाद लगातार समर्थकों व जनता के बीच बने हुए हैं. फीडबैक ले रहे हैं. उन्हें एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं है. गिरिडीह सीट महागठबंधन के खाते में जाना तय है. झारखंड में महागठबंधन को कम से कम आठ सीटें मिलने जा रही है.