रांची : झारखंड में लोकसभा चुनाव परिणाम का रोमांच रहा. राज्य के बड़े चेहरे के चुनाव में आर-पार की कहानी होती रही. भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत ने लोहरदगा से और हजारीबाग से जयंत सिन्हा ने अपनी प्रतिष्ठा बचायी. सुदर्शन भगत कांटे की टक्कर में लोहरदगा में फंसते-फंसते निकले. लोहरदगा में काफी संघर्ष रहा. एक-एक वोट के हिसाब-किताब ने सुदर्शन को पार लगाया.
कांग्रेस के सुखदेव भगत ने जोरदार टक्कर दी. लेकिन अंतत: बाजी नहीं पलट पाये. वहीं हजारीबाग से पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का हजारीबाग में बेहतर प्रदर्शन रहा. जयंत सिन्हा ने चार लाख से ज्यादा वोट के साथ हजारीबाग में दोबारा जीत का झंडा गाड़ दिया. हजारीबाग में कांग्रेस का कोई समीकरण काम नहीं आया.
उधर, विपक्ष के महागठबंधन से चुनाव लड़ रहे दो पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन और बाबूलाल मरांडी को भी हार का मुंह देखना पड़ा. दुमका में झामुमो के गढ़ को भाजपा ने ध्वस्त किया. शिबू सोरेन को सुनील सोरेन ने हरा दिया. यह झारखंड की राजनीति के लिए बड़ी उलटफेर है. उधर, बाबूलाल मरांडी को बड़ी हार मिली.
अन्नपूर्णा देवी ने श्री मरांडी को बड़े अंतर से हराया. मरांडी साढ़े चार लाख से ज्यादा वोट से हारे़ पूर्व मुख्यमंत्री व खूंटी से भाजपा के उम्मीदवार अर्जुन मुंडा सांस रोक देनेवाली टक्कर में फंसे थे. वहां देर रात तक एक-एक वोट का हिसाब होता रहा. श्री मुंडा के लिए खूंटी से दिल्ली का रास्ता कठिन दिख रहा था. कांग्रेस के कालीचरण मुंडा बड़ी चुनौती दे रहे थे.
लेकिन एक-एक वोट के हिसाब ने भाजपा की फंसी इस सीट को निकाला. यहां मतगणना के हर राउंड में दोनों ही प्रत्याशियों के बीच रोमांच से भरी टक्कर थी. कौन बाजी मारेगा, अटकलें लगाना मुश्किल था. लेकिन आखिरी में मुंडा कालीचरण के चक्रव्यूह से किसी तरह बाहर निकले और झारखंड में सबसे कम मार्जिन के साथ जीत दर्ज की.