रांची : वार्ड नंबर-34 के विद्यानगर मोहल्ले में पानी की किल्लत से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. वार्ड में 1200 से अधिक घर हैं, जिनमें से 800 घरों की बोरिंग पूरी तरह से सूख चुकी है. हालत यह है कि इस मोहल्ले के लोग अपना घर बेच कर दूसरी जगह जाने पर विचार कर रहे हैं. लेकिन, सवाल यह है कि जिस इलाके में पानी की इतनी किल्लत हो, वहां घर खरीदेगा कौन?
फिलहाल, इन लोगों के लिए पानी का एकमात्र विकल्प रांची नगर निगम की ओर से भेजा जानेवाला टैंकर ही है. लेकिन, यह भी रोज नहीं आता है. इस समस्या को लेकर वार्ड के पार्षद विनोद सिंह भी बेबस नजर आते हैं. वे कहते हैं : राजधानी में रहते हुए भी महसूस होता है कि जैसे पलामू के किसी सुखाड़ वाले इलाके में रह रहे हैं.
सरकारी तंत्र के आगे हम भी मजबूर हैं, क्या करें समझ नहीं आ रहा है. हर दिन वार्ड की जनता आती है और कुछ न कुछ सुना कर चली जाती है. हमारा खुद का बोरिंग भी सूखा हुआ है. हमारा परिवार भी नगर निगम के टैंकर पर ही आश्रित है.
- पार्षद भी बेबस : नगर निगम से कर रहे हैं इलाके में चार डीप बोरिंग कराने की मांग
- लोग बोले : सुबह नींद टूटने के साथ ही करने लगते हैं निगम के टैंकर का इंतजार
एक महीने से हमारा जीवन नर्क में तब्दील हो गया है. इलाके के ज्यादतार बोरिंग फेल हो चुके हैं. सुबह नींद से उठने के बाद घर के सभी सदस्य इस इंतजार में रहते हैं कि नगर निगम का टैंकर मोहल्ले में कब आयेगा.
सुमन देवी
चार दिन बाद आज निगम का टैंकर आया है. पानी मिलने की हमें खुशी है, लेकिन इस प्रकार से आखिर कितने दिनों तक काम चलेगा. इसका कोई ठोस समाधान होना चाहिए, सरकार हमारी समस्या को जल्द दूर करे.
घनश्याम
दो बोरिंग करायी थी, दोनों की फेल हो चुकी है. अब लगता है कि घर बेच कर ही कहीं जाना होगा. लेकिन ऐसे घर को खरीदेगा भी कौन, जहां पानी की किल्लत हो. सरकार हमारे समस्या पर गंभीर हो.
निर्मला देवी
इस मोहल्ले के लोग काफी परेशानी में हैं. इसलिए नगर निगम से आग्रह है कि इस क्षेत्र में चार डीप बोरवेल कराया जाये. साथ ही सरकार से आग्रह है कि जल मीनार बना कर पाइप लाइन से यहां नियमित पानी की आपूर्ति हो.
विनोद सिंह, पार्षद, वार्ड-34
जल संकट को लेकर मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री को लिखा पत्र
हरमू हाउसिंग कॉलोनी में उपजे जल संकट की स्थिति को लेकर वार्ड 26 के पार्षद अरुण कुमार झा ने मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री को पत्र लिखा है. पत्र में श्री झा ने लिखा है कि वार्ड के तीन हजार से अधिक घरों की बोरिंग पूरी तरह से सुख चुकी हैं. पानी को लेकर जनता में हाहाकार की स्थिति है. इसलिए इसे आपदा घोषित करते हुए राज्य सरकार कदम उठाये.
पार्षद ने तत्काल राहत के लिए हरमू हाउसिंग कॉलोनी में एक हाइड्रेंट (रिफिलिंग स्टेशन) बनाने का आग्रह किया है. साथ ही टैंकरों की संख्या में भी वृद्धि करने का आग्रह किया है. पार्षद ने कहा कि अगर ये दो मांगें पूरी हो जायें, तो मोहल्ले के लोगों को कम से कम पानी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा.