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अर्जुन मुंडा : सीएम से केंद्रीय मंत्री तक का सफर

रांची : अर्जुन मुंडा का राजनीतिक कैरियर लंबा रहा है. झारखंड आंदोलन से लेकर झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री और अब केंद्रीय मंत्री के रूप में उनका राजनीतिक कैरियर है. श्री मुंडा 1990 के दशक में झामुमो से सक्रिय राजनीति में जुड़े. झारखंड आंदोलन के साथ बहुत ही कम उम्र में (किशोर के रूप में) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2019 2:21 AM

रांची : अर्जुन मुंडा का राजनीतिक कैरियर लंबा रहा है. झारखंड आंदोलन से लेकर झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री और अब केंद्रीय मंत्री के रूप में उनका राजनीतिक कैरियर है. श्री मुंडा 1990 के दशक में झामुमो से सक्रिय राजनीति में जुड़े. झारखंड आंदोलन के साथ बहुत ही कम उम्र में (किशोर के रूप में) राजनीतिक कैरियर शुरू किया.

इस आंदोलन के पीछे मुंडा का विचार बिहार राज्य के दक्षिणी क्षेत्र में एक आदिवासी राज्य का निर्माण करना था. मुंडा की लोकप्रियता जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों की मदद करने से काफी बढ़ गयी और 1995 में मुंडा पहली बार झामुमो के टिकट पर बिहार विधानसभा के लिए खरसावां सीट से निर्वाचित किये गये. फिर वर्ष 2000 में वह झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल हुए़ मुंडा ने वर्ष 2000 और 2005 के चुनाव में उस सीट को बरकरार रखा.
झारखंड में तीन-तीन बार रह चुके हैं मुख्यमंत्री : वर्ष 2000 में झारखंड बना और भाजपा ने बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पहली सरकार का गठन किया था, जिसमें अर्जुन मुंडा कल्याण मंत्री बने थे. वर्ष 2003 में भाजपा को समर्थन दे रहे जदयू और समता पार्टी बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग पर अड़ गये.
तब बाबूलाल की जगह अर्जुन मुंडा को झारखंड की बागडोर सौंपी गयी. महज 35 वर्ष की आयु में सीएम का पद संभालने वाले मुंडा के नाम देश में सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है. इसके बाद 12 मार्च 2005 में भी विधायक चुने गये और मुख्यमंत्री बने. परंतु वर्ष 2006 के सितंबर माह में निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया.
जिसके कारण श्री मुंडा को 14 सितंबर 2006 को इस्तीफा देना पड़ा और मधु कोड़ा के नेतृत्व में निर्दलीयों के साथ यूपीए की सरकार बनी. इसके बाद वर्ष 2009 में अर्जुन मुंडा को जमशेदपुर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा ने टिकट दिया. श्री मुंडा ने जीत दर्ज की. उन्हें भाजपा में राष्ट्रीय संगठन सचिव का पद भी मिला. इसी बीच वर्ष 11 सितंबर 2010 में अर्जुन मुंडा को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. उस समय झामुमो के समर्थन से सरकार चल रही थी. जनवरी 2013 में झामुमो ने सरकार से समर्थन ले लिया.
इसके बाद श्री मुंडा को हटना पड़ा और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने. वर्ष 2014 में विधानसभा चुनाव में श्री मुंडा खरसावां सीट से हार गये. इसके बाद रघुवर दास मुख्यमंत्री बने.वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में खूंटी से कड़िया मुंडा की जगह अर्जुन मुंडा को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया और श्री मुंडा कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को 1445 वोटों से हरा कर जीत दर्ज की. सांसद बनते ही यह पहला मौका है जब अर्जुन मुंडा केंद्र में मंत्री बन रहे हैं.
परिवार में सबसे छोटे हैं अर्जुन मुंडा: तीन मई 1968 को घोड़ाबांधा, खरंगाझार जमशेदपुर में जन्मे श्री मुंडा, गणेश और साइरा मुंडा की संतान हैं. मुंडा परिवार के पांच बच्चों में से सबसे छोटे अर्जुन मुंडा हैं. उनके एक भाई और तीन बहनें हैं. जमशेदपुर से अर्जुन मुंडा ने हाईस्कूल की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी से स्नातक किया.
इसके बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय से सोशल साइंस में पीजी डिप्लोमा की. बचपन में उनके परिवार को काफी संघर्ष करना पड़ा. अर्जुन मुंडा को पढ़ाई के साथ-साथ घर के बारे में भी सोचना पड़ता था. इसके बाद भी वह किशोरावस्था से ही आंदोलन में भी सक्रिय रहे थे. अर्जुन मुंडा ने मीरा मुंडा से शादी की. उनके तीन बेटे हैं.
कड़िया से आशीर्वाद ले मुंडा ने ली शपथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में शामिल होने की खबर मिलते ही अर्जुन मुंडा गुरुवार को सबसे पहले खूंटी के पूर्व सांसद कड़िया मुंडा से मिलने उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे. उनके साथ पत्नी मीरा मुंडा भी थीं. श्री मुंडा ने कड़िया मुंडा से आशीर्वाद लिया और कैबिनेट में शामिल होने की बात बतायी. कड़िया मुंडा ने श्री मुंडा को बधाई दी और मिठाई भी खिलायी.
मुख्यमंत्री ने मोदी व मुंडा को दी बधाई
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड की जनता की ओर से नरेंद्र मोदी को फिर एक बार प्रधानमंत्री बनने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट में अर्जुन मुंडा को जगह मिलने पर हर्ष जताते हुए बधाई दी है. इधर, मंत्री सरयू राय ने भी अर्जुन मुंडा को मोदी सरकार में मंत्री नियुक्त होने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इससे झारखंड का मान बढ़ा है. हम गौरवान्वित हुए हैं. झारखंड को इसका लाभ मिलेगा.
राब्ता हज कमेटी ने हर्ष जताया
राब्ता हज कमेटी के अध्यक्ष हाजी मतलूब इमाम ने अर्जुन मुंडा को केंद्रीय मंत्री बनने पर हर्ष प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में राज्य के हज यात्रियों के लिए उनका विशेष योगदान रहा. उनके कार्यकाल में कई अच्छे-अच्छे कार्य किये गये. वे हमेशा हज यात्रियों को छोड़ने के लिए एयरपोर्ट भी आते रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में समाज के हर वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा .
मुंडा का सम्मान, झारखंड का सम्मान : काले
भाजपा नेता अमरप्रीत सिंह काले ने अर्जुन मुंडा को मंत्री बनाये जाने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि झारखंड के युवा, कर्मठ, जनमानस के ह्रदय में बसनेवाले अर्जुन मुंडा को कैबिनेट में स्थान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने झारखंड की जनता को जो मान-सम्मान दिया है, इसके लिए पूरा झारखंड आप दोनों महानुभावों का ह्रदय से आभार व्यक्त करता है. आप दोनों युगपुरुष को झारखंड की जनता की ओर से जोहार.

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