झारखंड में देर से आयेगा मॉनसून, होगी सामान्य बारिश
रांची : तीन महीने का प्री-मॉनसून खत्म होने के है और लोगों को मॉनसून का बेसब्री से इंतजार है. शहरों में बसे लोगों को गर्मी से राहत के लिए मॉनसून की बारिश का इंतजार है, तो किसानों को खेती करने के लिए इस ‘अमृत जल’ का इंतजार है. लेकिन, मॉनसून सबको तरसा रहा है. आमतौर […]
रांची : तीन महीने का प्री-मॉनसून खत्म होने के है और लोगों को मॉनसून का बेसब्री से इंतजार है. शहरों में बसे लोगों को गर्मी से राहत के लिए मॉनसून की बारिश का इंतजार है, तो किसानों को खेती करने के लिए इस ‘अमृत जल’ का इंतजार है. लेकिन, मॉनसून सबको तरसा रहा है. आमतौर पर एक जून को केरल के तट पर दस्तक देने वाला मॉनसून अब तक इस दक्षिणी राज्य में नहीं पहुंचा है. अनुमान है कि दो दिन बाद यानी 8 जून को यह केरल में दस्तक देगा.
केरल पहुंचने में मॉनसून की देरी की वजह से देश के अन्य राज्यों में भी देर से बारिश शुरू होगी. झारखंड में करीब एक सप्ताह की देरी से आयेगा मॉनसून. मौसम विभाग ने पहले अनुमान जाहिर किया था कि 18-20 जून के बीच झारखंड में मॉनसून दस्तक दे सकता है, लेकिन केरल के तट पर पहुंचने में विलंब की वजह से मॉनसून के झारखंड आने में भी एक सप्ताह की देरी होगी.
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक ए वदूद ने बताया कि इस बार प्रदेश में सामान्य बारिश का अनुमान है. झारखंड में 96 फीसदी बारिश हो सकती है, जिसमें 5 फीसदी कमी बेसी हो सकती है. हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र और स्काईमेट दोनों ने भविष्यवाणी की है कि इस बार सामान्य से कम बारिश होगी, जो किसानों के लिए चिंता का विषय है.
बहरहाल, श्री वदूद ने गुरुवार को prabhatkhabar.com को बताया कि 6 जून को मॉनसून को केरल के तट से टकराना था, लेकिन इसमें अब दो दिन की देरी होगी. यानी मॉनसून 8 जून को केरल के तट पर पहुंचेगा. इसके बाद ही देश के अन्य राज्यों में मॉनसून की बारिश शुरू होगी.
श्री वदूद ने बताया कि मॉनसून से पहले झारखंड में एक दिन अच्छी बारिश हुई. 4 जून, 2019 को कांके में 65 मिमी बारिश दर्ज की गयी. इससे किसानों को काफी फायदा होगा. खेतों में नमी आ चुकी है. किसान खेत तैयार कर सकते हैं. जुताई के लिए खेत तैयार हो चुके हैं. जैसे ही मॉनसून की बारिश होगी, किसान बुवाई का काम शुरू कर सकेंगे.
ज्ञात हो कि केरल तट से टकराने के 10 से 12 दिन के बाद झारखंड में मॉनसून की बारिश शुरू होती है. सामान्य तौर पर 10 जून तक झारखंड में मॉनसून की बारिश शुरू हो जाती है. स्काइमेट की मानें, तो इस बार प्री-मॉनसून सबसे ज्यादा राजस्थान में बरसा. इस राज्य में सामान्य से 62 फीसदी ज्यादा बारिश हुई. मौसम की भविष्यवाणी करने वाले निजी एजेंसी के मुताबिक, झारखंड में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि झारखंड में मॉनसून के दौरान 1,100 मिलीमीटर बारिश होती है.