रांची : झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 के मुख्य कार्यक्रम की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाले इस आयोजन को झारखंड की रघुवर दास सरकार भव्य स्वरूप देना चाहती है. इसे पंचायत स्तर तक ले चाहती है. लेकिन, अब तक कार्यक्रम पर खर्च होने वाली राशि का आकलन नहीं हो पाया है. केंद्र सरकार की ओर से 30 हजार टी-शर्ट और इतनी ही खादी की चटाई राज्य सरकार को मिलेगी.
सूत्र के मुताबिक, केंद्र सरकार से तीन करोड़ रुपये का किट राज्य सरकार को मिलेगा. राज्य सरकार अब तक कार्यक्रम का बजट तय नहीं कर पायी है. कहा जा रहा है कि सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल), नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) जैसी बड़ी कंपनियों से सरकार बड़ा सहयोग चाहती है. कंपनियों से राशि मिलने के बाद सरकार अपना बजट तय करेगी. पिछले साल राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए 70 लाख रुपये का बजट दिया था.
इस बीच, रांची जिला प्रशासन ने गैरसरकारी संस्थानों और स्कूल-कॉलेजों के प्रतिभागियों की सूची बनाने का काम शुरू कर दिया है. इन संस्थानों के रजिस्ट्रेशन के लिए एक फॉर्मेट तैयार किया गया है, जिसका वितरण संभवत: सोमवार से शुरू हो जायेगा. 50 प्रतिभागी पर एक को-ऑर्डिनेटर तैनात करने के निर्देश गैरसरकारी संस्थानों को दिये जायेंगे.
ज्ञात हो कि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 में शामिल होने की इच्छा रखने वाले प्रतिभागियों के रजिस्ट्रेशन के लिए शनिवार को एक वेब पोर्टल की लांचिंग की. इसी दौरान सीएम ने कहा कि पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर तक योग दिवस मनाया जायेगा. इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा था कि प्रभात तारा मैदान में 30 हजार लोगों के योग करने की व्यवस्था होगी.
हालांकि, अधिकारियों को उम्मीद है कि योग करने के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या 50 हजार तक जा सकती है. इसलिए अतिरिक्त लोगों के लिए भी इंतजाम करने होंगे. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की वजह से लोगों की संख्या 30 हजार से ज्यादा हो सकती है.
इन संस्थाओं की होगी भागीदारी
पतंजलि, आर्ट ऑफ लिविंग, योगदा सत्संग, रामकृष्ण मिशन, योगा बियांड रिलीजन, सत्यानंद योग संस्थान (मुंगेर), रांची विश्वविद्यालय, साझा, आरोग्य भारती, नेहरू युवा केंद्र, गायत्री परिवार, होमियोपैथी एसोसिएशन, डीएवी स्कूल और चिन्मया मिशन.