एचइसी: गैस से चलेगा फर्नेस

रांची: एचइसी के एफएफपी में लगे दो फर्नेस को एलपीजी गैस से चलाया जायेगा. इसके लिए कार्य शुरू भी कर दिया गया है. निगम के अधिकारी ने बताया कि पूर्व में फर्नेस को चलाने के लिए कोयले का प्रयोग होता था. कोयले से प्रोड्यूसर गैस बना कर फर्नेस को चलाया जाता था. इससे ईंधन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:46 PM

रांची: एचइसी के एफएफपी में लगे दो फर्नेस को एलपीजी गैस से चलाया जायेगा. इसके लिए कार्य शुरू भी कर दिया गया है. निगम के अधिकारी ने बताया कि पूर्व में फर्नेस को चलाने के लिए कोयले का प्रयोग होता था.

कोयले से प्रोड्यूसर गैस बना कर फर्नेस को चलाया जाता था. इससे ईंधन की खपत होती थी. फर्नेस में काम नहीं होने पर भी उसे चालू रखने के लिए हमेशा ईंधन का प्रयोग करना पड़ता था. इससे एचइसी को आर्थिक हानि होती थी. ईंधन समय पर नहीं मिलने से फर्नेस बंद हो जाता था, जिससे खर्च दोगुना बढ़ जाता था. इसलिए प्रबंधन ने एफएफपी के दो फर्नेस को एलपीजी गैस से चलाने का निर्णय लिया है.

फर्नेस को एलपीजी गैस से चलाने के लिए जर्मनी की कंपनी सैंडविक को कार्यादेश दिया गया है. कंपनी ने अपना काम शुरू भी कर दिया है. एक फर्नेस की क्षमता 90 टन है. पहला फर्नेस जुलाई के अंत तक एलपीजी गैस से चलने लगेगा. वहीं दूसरा फर्नेस सितंबर के अंतिम सप्ताह तक काम करना शुरू कर देगा. दोनों फर्नेस को एलपीजी में परिवर्तित करने में पांच करोड़ रुपये का खर्च आयेगा.

क्यों किया गया परिवर्तन
एचइसी में लगे फर्नेस काफी पुराने हो गये हैं. जिस समय फर्नेस लगाया गया था, उस समय कोयले से ही फर्नेस चलाया जाता था. एलपीजी तकनीक विकसित होने से ईंधन की बचत तो होती ही है, फर्नेस को हमेशा चालू रखने की भी जरूरत नहीं पड़ती है. अधिकारी ने बताया कि एलपीजी आसानी से उपलब्ध है. यह गैस हल्दिया से टैंकर में मंगाया जाता है.

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