महागठबंधन में चल रहा है प्रेशर पॉलिटिक्स, आरपीएन सिंह ने दिया नेताओं को टास्क, बतानी है अपने क्षेत्र की जमीनी हकीकत
रांची : विधानसभा चुनाव में यूपीए के अंदर विवाद का प्लॉट तैयार हो रहा है. लोकसभा चुनाव में पस्त विपक्ष अभी भी हार से बाहर नहीं निकल पाया है. यूपीए महागठबंधन में विधानसभा में तकरार तय है. झामुमो, कांग्रेस और झाविमो तीन बड़े दलों के अपने-अपने राग हैं. कांग्रेस लोकसभा चुनाव की समीक्षा करेगी. गठबंधन […]
रांची : विधानसभा चुनाव में यूपीए के अंदर विवाद का प्लॉट तैयार हो रहा है. लोकसभा चुनाव में पस्त विपक्ष अभी भी हार से बाहर नहीं निकल पाया है. यूपीए महागठबंधन में विधानसभा में तकरार तय है. झामुमो, कांग्रेस और झाविमो तीन बड़े दलों के अपने-अपने राग हैं. कांग्रेस लोकसभा चुनाव की समीक्षा करेगी. गठबंधन से नफा-नुकसान का आकलन हो रहा है. जिलाध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी गयी है. आनेवाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन हो या नहीं, इसको लेकर प्रभारी आरपीएन सिंह ने टास्क दिया है. नेताओं को अपने-अपने क्षेत्र की जमीनी हकीकत बतानी है.
कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता एकला चलो के लिए संगठन में दबाव बना रहे है़ं इधर, झामुमो गठबंधन को लेकर सबकुछ जल्द तय कर लेना चाहता है. झामुमो ने इस महीने की 30 तारीख तक सीट बंटवारे की बात कही है. झामुमो को गठबंधन में 40 से ज्यादा सीटें चाहिए. इसके लिए घटक दलों में झामुमो का दबाव होगा. इधर, झाविमो भी विधानसभा चुनाव में नेतृत्व को लेकर पसोपेश में है. अंदरखाने के मुताबिक झाविमो हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की रणनीति के साथ नहीं है. झाविमो का मानना है कि किसी को प्रोजेक्ट कर चुनाव लड़ने से नुकसान भी हो सकता है़
कांग्रेस-झामुमो की कई सीटों पर पेंच : महागठबंधन में कांग्रेस-झामुमो के बीच कई सीटों पर पेंच फंस रहा है. घाटशिला में कांग्रेस के प्रदीप बलमुचु की दावेदारी है, तो यहां झामुमो पिछली बार दूसरे स्थान पर रहा है.
इस सीट पर झामुमो की दावेदारी रहेगी. पाकुड़ में झामुमो के अकील अख्तर दावेदार हैं, तो इस सीट पर कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर का कब्जा है़ गांडेय विधानसभा में भी डॉ सरफराज अहमद को लेकर कांग्रेस की दावेदारी होगी. वहीं झामुमो इस सीट पर तैयारी कर रहा है. इसी तरह सिसई में झामुमो ने बेहतर प्रदर्शन किया है. ऐसे में गीताश्री के लिए कांग्रेस को यह सीट हासिल करनी है. जामताड़ा, पांकी और विश्रामपुर में भी दोनों दलों के बीच खींचतान तय है़
संताल परगना में झाविमो की होगी दावेदारी: संताल परगना में कई सीटों पर झाविमो की दावेदारी होगी. झामुमो के साथ तनातनी हो सकती है. वहीं हटिया जैसी सीट में कांग्रेस और झाविमो के बीच विवाद हो सकता है. झाविमो के टिकट से नवीन जायसवाल इस सीट पर जीते थे. ऐसे में झाविमो दोबारा दावेदारी कर सकता है. यूपीए के अंदर इस तरह की कई सीटें हैं, जिसका विवाद सुलझाना होगा