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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारी अंतिम चरण में, तड़के तीन से पांच बजे तक होगी आम लोगों की इंट्री

रांची : तरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को रांची में प्रधानमंत्री के साथ योग करने के लिए आम लोगों की इंट्री सुबह तीन से पांच बजे तक ही होगी. जबकि, वीआइपी प्रतिभागियों को छह बजे तक प्रवेश की सुविधा मिलेगी. इसके बाद आने वाले किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं करने […]

रांची : तरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को रांची में प्रधानमंत्री के साथ योग करने के लिए आम लोगों की इंट्री सुबह तीन से पांच बजे तक ही होगी. जबकि, वीआइपी प्रतिभागियों को छह बजे तक प्रवेश की सुविधा मिलेगी. इसके बाद आने वाले किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा. मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी को यह जानकारी अधिकारियों ने दी.

डॉ तिवारी शुक्रवार को योग दिवस कार्यक्रम को लेकर सभी विभागों, संगठनों और संस्थाओं के साथ तैयारियों में समन्वय बनाने के लिए बैठक कर रहे थे. उनको बताया गया कि लोगों को समय पर कार्यक्रम स्थल पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन को शहर के विभिन्न मार्गों पर पर्याप्त बसों का परिचालन करने का निर्देश दिया गया है.

बैठक में भारत सरकार आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा, डीजीपी केएन चौबे, स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, इनकम टैक्स के चीफ कमिश्नर, झारखंड के एजी, एडीजी, रांची विवि के कुलपति, योगा संगठनों के प्रतिनिधि, कई विभागों के सचिव और रांची के उपायुक्त, एसएसपी आदि मौजूद थे.

शहर को स्वच्छ बनाने का निर्देश

मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री के सान्निध्य में रांची के लोगों के योग करने का मौका देने के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया. उन्होंने कहा कि आयोजन से रांची की अंतरराष्ट्रीय पहचान बनेगी. रांची में विदेशी मीडिया प्रतिनिधि भी जुटेंगे. कार्यक्रम के ग्लोबल प्रसारण में शहर की खूबियां झलकेगी.

पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. मुख्य सचिव ने पूर्व में योग दिवस के दिन आयोजित कार्यक्रमों के बारे में जानकारी लेते हुए कार्यक्रम के मद्देनजर शहर को स्वच्छ बनाने के निर्देश दिये. कहा कि प्रशासन कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता, समय और सुरक्षा को प्राथमिकता दे.

पानी की बोतल नहीं बांटने का निर्देश

मुख्य सचिव ने गंदगी फैलने से रोकने के लिए कार्यक्रम के दौरान पानी के बोतल वितरित नहीं करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि लोगों को पीने के लिए घड़े का पानी उपलब्ध कराया जायेगा. यह भी कहा कि कार्यक्रम स्थल और उसके बाहर टॉयलेट की संख्या बढ़ाये.

प्रतिभागियों की सुविधा के लिए जगह-जगह साइनेज (निर्देश पट्ट) लगायें. नाश्ता का पैकेट कार्यक्रम की समाप्ति के बाद ही प्रतिभागियों को दिये जायें. साथ ही कार्यक्रम के बाद प्रतिभागियों से अपील की जाये कि वह अपना कोई सामान कार्यक्रम स्थल पर छोड़ कर नहीं जायें. गंदगी न फैला कर अपने अच्छे नागरिक होने का सबूत दें.

बारिश से बचने के लिए विशेष व्यवस्था करें

मुख्य सचिव ने बारिश की आशंका के मद्देनजर प्रशासन को विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उनको जानकारी दी गयी कि प्रतिभागियों के मोबाइल और जूतों को बारिश से बचाने के लिए प्लास्टिक कवर दिये जायेंगे. साथ ही प्रतिभागियों से अनावश्यक सामान नहीं लाने का अनुरोध भी किया जायेगा. मुख्य सचिव को बताया गया कि प्रतिभागियों को एक लय में योगासन करने का अभ्यास करने का प्रशिक्षण दिया जायेगा.

शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक संपूर्णता के लिए करें योग
करीब पांच हजार वर्ष पुरानी भारतीय परंपरा है. यह शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य तथा आध्यात्मिक संपूर्णता का मार्ग है. भारत सरकार का आयुष मंत्रालय योग को बढ़ावा देता है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन की भी यह नोडल एजेंसी है. मंत्रालय ने देश के मशहूर योग गुरुअों के माध्यम से योग के लिए 45 मिनट का प्रोटोकॉल तैयार किया है, जो देशभर में अपनाया जाता है. इस प्रोटोकॉल में योग शुरू करने से पहले की तैयारी से लेकर एक के बाद एक विभिन्न आसन तथा उन्हें करने की प्रक्रिया दर्ज है.

शांत मन और खाली पेट से करें योग
प्रोटोकॉल के अनुसार योग शांत मन और खाली पेट के साथ करना चाहिए. यानी दोनों रिलैक्स. हालांकि अल्पाहार को भी स्वीकार्य बताया गया है. योग करते वक्त हल्का और आरामदेह सूती कपड़ा पहनना चाहिए. शरीर या इसके किसी हिस्से में दर्द होने तथा बीमार रहने पर योग नहीं करना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को तथा मासिक धर्म के दौरान योग करने से पहले योग विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए. योग करने के बाद यदि कमजोरी महसूस हो, तो गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पिया जा सकता है. योग सत्र के कम से कम 20 से 30 मिनट के बाद ही स्नान करना चाहिए. करीब इतने ही वक्त के बाद कुछ खाने की भी सलाह दी जाती है.
मंत्रालय की साइट पर है पूरी जानकारी
आयुष मंत्रालय की वेबसाइट पर योग के संबंध में पूरी जानकारी उपलब्ध है. मंत्रालय ने योग लोकेटर एेप तथा भुवन ऐप तैयार किया है. योग लोकेटर ऐप के जरिये आप योग संस्थान, योग केंद्र और योग प्रशिक्षक के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. योग केंद्र और प्रशिक्षक इस पर खुद को रजिस्टर भी करा सकते हैं. वहीं भुवन ऐप को नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर की सहायता से तैयार किया गया है.
प्रधानमंत्री योग अवार्ड-2019
इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मई थी. इसमें व्यक्तिगत और संस्था की अलग-अलग कैटेगरी में आवेदन किया जा सकता था. दोनों कैटेगरी में भी दो-दो सब कैटेगरी थी. एक देश और दूसरी विदेश के लिए. इस अवार्ड के तहत बेहतर काम करने वाले व्यक्ति व संस्था को प्रशस्ति व प्रमाण के अलावा 25 लाख रुपये का नगद पुरस्कार मिलेगा.
पीएम मोदी के साथ 4000 स्कूली विद्यार्थी करेंगे योग
रांची. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री के साथ प्रभात तारा मैदान में चार हजार विद्यार्थी योग करेंगे. शिविर में 10वीं, 11वीं और 12वीं के चार हजार विद्यार्थियों को शामिल कराने की जिम्मेदारी दी गयी है. इसे लेकर जिला स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गयी हैं. दो हजार विद्यार्थियों की पहचान कर योग दिवस में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है.
शिविर में निजी और सरकारी, कुल 19 स्कूलों ने शामिल होने को लेकर अपनी प्राथमिक सहमति दी है. अतिरिक्त जिला कार्यक्रम अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि लगभग 10 स्कूलों एसएस हाइस्कूल अनगड़ा, बालकृष्णा स्कूल, जिला स्कूल और लगभग सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के विद्यार्थियों की लिस्टिंग कर ली गयी है, जबकि सरला बिरला सहित कई अन्य निजी स्कूल अभी प्रोसेस में हैं.
एक दिन पहले पहुंचेंगे रांची, जांच के बाद ही मिलेगा प्रवेश
योग कार्यक्रम में लगभग 35 हजार लोगों के पहुंचने की संभावना है. विद्यार्थियों की एंट्री सुबह दो बजे से होगी. इसके बाद किसी भी विद्यार्थी का प्रवेश वर्जित रहेगा. शिविर में शामिल होने के लिए उन्हें एक दिन पूर्व ही रांची बुला लिया जायेगा. जहां उनके रुकने से लेकर खाने-पीने तक का इंतजाम होगा.
कार्यक्रम स्थल पर एंट्री के लिए इन्हें पूर्व में ही पास मुहैया कराया जाएगा, जिस पर उनकी फोटो और क्यूआर कोड भी होगा. इसकी जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. पास में उन्हें योग दिवस के दिन किस गेट से एंट्री मिलेगी और किस जगह पर बैठना है, उसकी पूरी जानकारी रहेगी.
21 जून को भारत सरकार की ओर से निर्धारित प्रोटोकॉल से होगा योग
रांची : योग शरीर को निरोग व स्वस्थ बनाता है. योग का प्रयोग आंतरिक विज्ञान के रूप में भी किया जाता है, जो विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाओं का सम्मिलन है. इसके माध्यम से मनुष्य शरीर एवं मन के बीच सामंजस्य स्थापित कर आत्म साक्षात्कार करता है. योग अभ्यास का उद्देश्य सभी त्रिविध प्रकार के दुखों से आत्यन्तिक निवृति प्राप्त करना है. जिससे प्रत्येक व्यक्ति जीवन में पूर्ण स्वतंत्रता तथा स्वास्थ्य, प्रसन्नता एवं सामंजस्य का अनुभव कर सके.
27 सिंतबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69 वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व समुदाय से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का आह्वान किया था. 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 सदस्यों ने रिकाॅर्ड 177 सह समर्थक देशों के साथ 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का संकल्प सर्वसम्मति से अनुमोदित किया. इसके बाद से ही 21 जून को पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाता है.
वर्ष 2019 में पांचवीं बार योग दिवस का आयोजन हो रहा है. इस बार भारत में प्रमुख कार्यक्रम 21 जून को प्रभात तारा मैदान धुर्वा रांची में हो रहा है. रांची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरी राजधानी के लोग योग करेंगे. इस कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा निर्धारित किये गये सामान्य योग अभ्यासक्रम प्रोटोकॉल के तहत होगा.
पूरा कार्यक्रम 50 मिनट का होगा, जो सुबह 7:00 बजे से शुरू होकर 7:50 तक चलेगा .कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना से होगी.
क्या-क्या होगा : प्रार्थना से योगाभ्यास आरंभ होगा. इसके बाद सदिलज, चालन क्रिया, शिथिलीकरण अभ्यास कराया जायेगा. फिर ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन होगा. लेटकर मकरासन, भुजगांसन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन व शवासन का अभ्यास कराया जायेगा. इसके बाद कपालभाति, प्राणायाम, ध्यान, संकल्प और शांति पाठ होगा. पूरा अभ्यास 50 मिनट का होगा. इसे लेकर विशेष तैयारी है.
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर तैयारी शुरू, रांची पुिलस ने मांगे नौ आइपीएस और चार हजार जवान
रांची . प्रधानमंत्री के प्रस्तावित रांची आगमन और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रभात तारा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के शामिल होने को लेकर पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा की तैयारी शुरू कर दी है.
प्रधानमंत्री के कारकेड से लेकर एयरपोर्ट, रूट लाइनिंग, राजभवन में सुरक्षा, कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा सहित सुरक्षा से संबंधित पहलुओं पर निगरानी रखने के लिए नौ आइपीएस और करीब चार हजार जवान की मांग पुलिस मुख्यालय से रांची पुलिस ने की है. इसके अलावा दो कंपनी रैफ के जवानों की मांग की गयी है. इसके साथ ही डीएसपी रैंक के 51 अधिकारी, 133 इंस्पेक्टर और 627 दारोगा और जमादार की मांग की गयी है.
प्रधानमंत्री के आगमन और कार्यक्रम के दौरान संबंधित रूट के बड़े भवनों पर पुलिस के जवान सुरक्षा में तैनात किये जायेंगे. इसके अलावा अलग से बम स्कवॉयड और टीयर गैस टीम की मांग रांची पुलिस ने पुलिस मुख्यालय से की है. पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस मुख्यालय के स्तर से हरसंभव तैयारी की जा रही है. सुरक्षा से संबंधित प्रत्येक बिंदुओं पर जांच की जा रही है.
कार्यक्रम स्थल के आसपास के इलाके को भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील बनाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के आगमन से कुछ दिन पूर्व दिन और रात में एंटी क्राइम चेकिंग अभियान भी चलाया जायेगा. इसके अलावा ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर कुछ स्थानों पर रोड को ब्लॉक किया जा सकता है. कार्यक्रम के दौरान भी विभिन्न रूट पर पुलिस की चेकिंग व्यवस्था होगी.

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