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रांची : सफाई के नाम पर जेवरात लिया और हो गया फरार

सोने की चेन, मंगलसूत्र और कान का टॉप ले उड़ा ठग पीड़ित ने कांके थाने में की शिकायत मौके पर देर से पहुंची पुलिस रांची : सड़कों पर चेन छिनतई से राजधानी की महिलाओं को अभी पूरी राहत भी नहीं मिल पायी है और अब घर में मौजूद महिलाओं के जेवरात पर भी अपराधियों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2019 9:42 AM
सोने की चेन, मंगलसूत्र और कान का टॉप ले उड़ा ठग
पीड़ित ने कांके थाने में की शिकायत मौके पर देर से पहुंची पुलिस
रांची : सड़कों पर चेन छिनतई से राजधानी की महिलाओं को अभी पूरी राहत भी नहीं मिल पायी है और अब घर में मौजूद महिलाओं के जेवरात पर भी अपराधियों के कुनबा ने हाथ साफ करना शुरू कर दिया है. शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे जेवरात की साफ-सफाई के नाम पर दो अपराधी वेटनरी कॉलेज कैंपस स्थित डॉ चंद्रशेखर सिंह के आवास पर पहुंचे.
उस वक्त उनकी पत्नी घर पर मौजूद थीं. दोनों अपराधियों ने उन्हें बताया कि वे लोग पुराने जेवरात की साफ-सफाई कर उसे नयी बना देते हैं. इसके बाद डॉ सीके सिंह की पत्नी ने मंगलसूत्र, सोने की चेन और कान के टॉप उन्हें सफाई के लिए दे दिये. दोनों अपराधियों ने कुछ देर तक उक्त जेवरात को एक बरतन में रखे केमिकल में डाला.
फिर कुछ देर बाद एक अपराधी ने केमिकल में पड़े जेवरात को निकालने की बात कह कर महिला से एक कपड़ा मांगा. उन्होंने कपड़ा दिया. फिर अपराधी ने केमिकल में हाथ डाला और मुट्ठी बंद कर बाहर निकाला. जबकि दूसरा अपराधी हाथ में कपड़ा को मोड़कर रखे हुए था. उसमें पहले वाले अपराधी ने हाथ डाला. फिर दूसरे अपराधी ने कपड़े को बांध दिया. उसने उक्त कपड़ा महिला को दिया. बोला अभी जेवरात में केमिकल लगा है.
अभी इसको मत खोलना. अभी जेवरात को ले जाकर बाल्टी में भरे पानी में डाल दीजिये. 20 मिनट बाद जेवरात निकालकर साफ कपड़े से पोछ लीजियेगा. फिर देखियेगा जेवरात एकदम चमकने लगेगा. जैसे ही महिला अंदर गयी, दोनों अपराधी होचर रिंग रोड की ओर फरार हो गये. कपड़ा खोलने पर महिला को जेवरात की जगह पत्थर के टुकड़े मिले. पीड़िता के मुताबिक दोनों पैशन प्रो मोटरसाइकिल से आये थे. एक ब्लैक कलर का शर्ट- पैंट व दूसरा ग्रीन कलर का शर्ट और ब्राउन कलर का पैंट पहने हुए था.
इधर, घटना की सूचना देने पर भी कांके थाने का रवैया सुस्त दिखा. जब मामला वरीय अधिकारी तक पहुंचा, तब पुलिस वहां पहुंची. जांच के नाम पर पास में लगे सीसीटीवी को देखा, लेकिन वह खराब पड़ा था. इस वजह से अपराधी व उनकी बाइक के नंबर का पता नहीं चल पाया.

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