रांची : नामकुम स्थित महिला प्रोबेशन होम में आज दो अनाथ युवतियों की शादी की गयी. सरस्वती टुडू का विवाह घाटशिला निवासी संतोष वाल्मिकी से और पूजा कुमारी का विवाह मेराल निवासी संजय कुमार से हुआ . इस प्रोबेशन होम से की गयी यह 22वीं शादी थी. इससे पहले भी कई अनाथ बच्चियों की शादी की गयी है.
इस समारोह में मिनू भी अपनी बेटी के साथ शामिल थीं. मिनू की शादी यहीं से हुई थी आज वह अपने पति और बच्चों के साथ खुश हैं. इस विवाह समारोह में लड़का पक्ष के रिश्तेदार भी शामिल हुए. संतोष वाल्मिकी के पिता के रुप में समाजिक कार्यकर्ता गोविंद कर्मा ने पिता का दायित्व निभाया. गोविंद कहते हैं, मैं इस लड़के को बचपन से जानता हूं. अनाथ है इसलिए जब इसकी शादी की बात हुई, तो मैं आगे आया और इसकी गारंटी ले ली. दूसरा दुल्हा संजय के भाई भी इस शादी में शामिल हुए उन्होंने कहा, मुझे बेहद खुशी हो रही है. हम अपने पूरे परिवार के साथ शामिल हुए हैं.
इस शादी में अनाथ बच्चियों के भाई की भूमिका निभायी आईजी के बॉडिगार्ड गोपाल सिंह ने . गोपाल की अब तीन बहनें हैं उन्होंने कहा, मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मुझे यह दायित्व मिला. मैं इनका भाई बनकर खुश हूं. इस विवाह में कारा महानिरीक्षक झारखंड रांची श्री वीरेंद्र भूषण ने पिता की भूमिका निभायी. उन्होंने कहा, मुझे इन बच्चियों के धर्म पिता होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ इसकी मुझे बेहद खुशी है. ईश्वर इन्हें खुश रखे. बचपन से लेकर अबतक यह बच्चियां यहां रह रहीं थी. हम जो सीखाते हैं सीखती हैं, जो दिखलाते हैं देखती हैं. आज एक मौका आया कि इन्हें समाज के साथ जोड़ने का. सभी लड़कियां शादी करना चाहतीं है अपना परिवार चलाना चाहतीं हैं.
एक अधिकारी होने के नाते श्रीमति संगीता कुमारी ने इन बच्चियों के विवाह का सोचा और संबंधित विभाग से इसकी अनुमति ली. इसके बाद लग गयी उचित लड़कों की तलाश में . इसके बाद रिश्ते आने शुरु हुए इन लड़कियों ने लड़कों को चुना बात की पसंद किया फिर कोर्ट में शादी हुई. इस अवसर पर कारा विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी और जिला के वरिष्ठ अधिकारी आशीर्वाद देने पहुंचे. इस शादी में अधीक्षिक संगीता कुमारी ने अहम भूमिका निभायी. शादी की सारी तैयारियां की कारा महानिरीक्षक विरेंद्र भूषण ने भी अहम जिम्मेदारी निभायी शादी का सारा सामान खरीदा और पिता की सारी जिम्मेदारी निभायी.