रांची में रहता है गिरोह का सरगना, एक बाइक का देता है डेढ़-दो हजार कमीशन
अजय दयाल रांची : जिला में दो पहिया वाहनों की चोरी इन दिनों काफी बढ़ गयी है. इसके लिए राजधानी में सक्रिय वाहन चोर गिरोह जिम्मेदार हैं. राजधानी में वाहन चोर गिरोह के सरगना धीरज जालान ने बाइक तथा स्कूटी चोरी के लिए कई युवकों काे गिरोह से जोड़ रखा है.बाइक उड़ाने के बाद के […]
अजय दयाल
रांची : जिला में दो पहिया वाहनों की चोरी इन दिनों काफी बढ़ गयी है. इसके लिए राजधानी में सक्रिय वाहन चोर गिरोह जिम्मेदार हैं. राजधानी में वाहन चोर गिरोह के सरगना धीरज जालान ने बाइक तथा स्कूटी चोरी के लिए कई युवकों काे गिरोह से जोड़ रखा है.बाइक उड़ाने के बाद के बाद गिरोह के लोग धीरज जालान को बाइक सौंप देते हैं. इसके बदले धीरज जालान उन्हें कमीशन या मेहनताना के रूप में डेढ़ से दो हजार रुपये देता है.
बाद में चोरी की बाइक अथवा स्कूटी को गांव अथवा सुदूर इलाके में बेच दिया जाता है. वह दो पहिया वाहनों को आठ-दस रुपये हजार में बिक्री करता है. गाड़ी नयी होने पर कभी-कभी 20 हजार रुपये तक कीमत मिल जाती है.
यह बातें कुछ दिन पहले पंडरा पुलिस के हत्थे चढ़े गिरफ्तार बाइक चोर गोपाल महतो ने पुलिस को बतायी थी. उसे आइटीआइ के समीप कैरियर फेयर के बाहर स्कूटी चोरी करते हुए छह मास्टर की के साथ रंगेहाथ पकड़ा गया था़ उसने बताया कि धीरज जालान रांची का रहनेवाला है.
उसके पिता की अपर बाजार के गांधी चौक व हरमू रोड में शनि मंदिर के पास बेकरी की दुकान है. धीरज जालान पर झारखंड के विभिन्न जिलाें के विभिन्न थानाें में वाहन चोरी के कई मामले दर्ज हैं. रांची, खूंटी से कई बार वाहन चोरी के मामले में वह जेल भी जा चुका है. वर्तमान में वह जमानत पर है़
राजधानी में सक्रिय हैं कई वाहन चोर गिरोह
फर्जी कागज बना दूसरे राज्यों में बेचते हैं चार पहिया वाहन
वाहन चोर गिरोह के सदस्य दो पहिया ही नहीं, चार पहिया वाहनों की भी चोरी करते हैं.चार पहिया वाहनों को झारखंड के किसी जिला से चोरी करने के बाद इसे दूसरे राज्य में बेचा जाता है. इससे उनके पकड़े जाने का खतरा कम होता है. ये लोग वाहनों का फर्जी कागजात बनानेवाले गिरोह के संपर्क में भी रहते हैं. इसके अलावा राज्य के बाहर जिन वाहनों की बिक्री करते है़ं, उसका फर्जी कागजात भी बनाकर देते हैं. जो दो पहिया नहीं बिक पाता है, उसे वाहन चोर गिरोह पार्ट-पार्ट खोल कर कबाड़ी में बेच देते है़ं
अंतरराज्यीय चोर गिराेह के सरगना और सदस्य
उज्जवल ठाकुर उर्फ राजू (सीवान), राजू का चचेरा भाई राजा, धुर्वा का मुन्ना राय, रांची का धीरज जालान, बीआइटी का शिवा सोनी, विद्यानगर हरमू का संतोष गुप्ता, रामगढ़ निवासी और चुटिया के समीप भाड़ा के मकान में रहनेवाला अरुण राम, सिल्ली का पतराहातू निवासी चंदन साव, ललगुटुवा तालाब के पास रहनेवाला जितेंद्र सिंह, इटकी का मुस्तफा अंसारी, रूस्तम अंसारी, बेड़ो का मंतोष महतो, पिठोरिया का हुसीर निवासी विनोद करमाली, जानम आफताब, बुढ़मू का दिलीप साहू, नामकुम बाजार थाना क्षेत्र के मौलाना आजाद कॉलोनी निवासी शेरू उर्फ आजाद, विकास चौक के समीप का निवासी कुमेश महतो, टाटीसिलवे निवासी मिथिलेश महतो, सजल महतो, खूंटी निवासी मुस्तफा, रसीद मल्लिक, साबूल मल्लिक, इटकी के अविनाश सोनी उर्फ विजय सोनी, हिनू का संजय ठाकुर, रामगढ़ का सुमित बनर्जी उर्फ चटर्जी, चतरा के टंडवा का सोनू साव, इचाक हजारीबाग का राजकिशोर सिंह आदि.