झारखंड निर्भया कांड के मुख्य आरोपी राहुल को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार
रांची : झारखंड की राजधानी रांची में इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ बर्बरता मामले के मुख्य आरोपी राहुल रॉय को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है. राहुल को रांची से गिरफ्तार किया गया है. बीटेक के गिरफ्तार छात्र को सीबीआइ ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल […]
रांची : झारखंड की राजधानी रांची में इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ बर्बरता मामले के मुख्य आरोपी राहुल रॉय को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है. राहुल को रांची से गिरफ्तार किया गया है. बीटेक के गिरफ्तार छात्र को सीबीआइ ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) को ढाई साल बाद यह सफलता मिली है. 16 दिसंबर, 2016 को राजधानी रांची के बूटी मोड़ के पास स्थित एक बस्ती में इंजीनियरिंग की छात्रा से दुष्कर्म के बाद उसे बेरहमी से जला दिया गया था. झारखंड पुलिस की एजेंसियां जब मामले का उद्भेदन करने में नाकाम रहीं, तो मामले की जांच CBI को सौंप दी गयी. सीबीआइ ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जल्द ही इस पूरे कांड का खुलासा होने की उम्मीद है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली निर्भया कांड की चौथी बरसी के दिन झारखंड की राजधानी रांची के बूटी मोड़ इलाके में एक इंजीनियरिंग कॉलेज की 19 साल की छात्रा की कथित रूप से बलात्कार के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी गयी और उसके शव को जला दिया गया. रामटहल चौधरी इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा का अधजला शव उसके कमरे से बरामद हुआ था.
पुलिस ने प्रथम दृष्ट्या छात्रा को बलात्कार अथवा बलात्कार की कोशिश के बाद जलाकर मारने की बात कही थी. उसी के आधार पर और छात्रा के पिता के बयान पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 511 और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
पुलिस ने बताया था कि नग्न अवस्था में मृत मिली छात्रा के गले में धातु की तार लिपटी हुई थी. सिर तथा शरीर के ऊपर का हिस्सा बुरी तरह जल चुका था. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस जब छात्रा के कमरे में पहुंची, तो वह जल रही थी. कमरे से धुआं निकल रहा था. बड़काकाना की रहने वाली छात्रा एक दिन पहले ही रांची लौटी थी. वह मकान में अकेली रहती थी. लड़की के पिता ने कहा कि उनकी बेटी की बलात्कार के बाद धातु के तार से गला घोंटकर हत्या की गयी. फिर सबूत मिटाने के लिए उसे अपराधियों ने जला दिया.
सीआइडी को नहीं मिली थी सफलता
रांची पुलिस और सीआइडी ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की. 500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ के बावजूद यह टीम मामले का खुलासा नहीं कर पायी. इसके बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जांच की जिम्मेदारी सीबीआइ को सौंपने की अनुशंसा की. तकनीकी खामियों की वजह से सीबीआइ ने एक साल तक मामला अपने हाथ में नहीं लिया था. हालांकि, बाद में तकनीकी खामियों को दूर किया गया और उसके बाद सीबीआइ ने मामले की जांच शुरू की.
28 मार्च, 2018 को सीबीआइ ने दर्ज किया केस
झारखंड की निर्भया हत्याकांड में झारखंड पुलिस, सीआइडी और एसआइटी के फेल हो जाने के बाद राज्य सरकार ने जांच सीबीआइ को सौंपी. सीबीआइ ने 28 मार्च, 2018 को मामला दर्ज किया.
टाइमलाइन
16 दिसंबर, 2016 : सुबह आठ बजे हत्याकांड के बारे में पुलिस को सूचना मिली. पुलिस पहुंची. जलती छात्रा को रिम्स भेजा. अस्पताल में मौत.
17 दिसंबर, 2016 : शव का अंतिम संस्कार किया गया. शक के आधार पर छह युवकों को हिरासत में लिया गया. पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
18 दिसंबर, 2016 : फॉरेंसिक की टीम ने घटनास्थल की सूक्ष्म जांच की. हत्याकांड से लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. राजधानी में विरोध-प्रदर्शन हुए, कैंडल मार्च भी निकाले गये.
19 दिसंबर, 2016 : एक हजार छात्रों ने बूटी मोड़ चौराहे को चार घंटे तक जाम कर दिया.
20 दिसंबर, 2016 : पुलिस ने दावा किया कि शीघ्र मामले का खुलासा हो जायेगा.
21 दिसंबर, 2016 : निर्भया के कॉलेज जाकर पुलिस ने उसकी सहेलियों से पूछताछ की.
22 दिसंबर, 2016 : निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए लोग एक बार फिर सड़क पर उतरे.
22 जून, 2019 : निर्भया हत्याकांड के ढाई साल बीत जाने के बाद सीबीआइ की टीम ने बीटेक के छात्र राहुल रॉय को गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.