रांची की निर्भया का कातिल ढाई वर्ष बाद हुआ गिरफ्तार
रांची : इंजीनियरिंग की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या और फिर उसे जलाने के मामले में करीब ढाई साल बाद सीबीआइ (रांची) की एंटी करप्शन ब्यूरो शाखा ने राहुल रॉय उर्फ राहुल राज उर्फ रोडेज राज उर्फ राज श्रीवास्तव (23) को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक नालंदा के एकंगरसराय निवासी उमेश प्रसाद का पुत्र […]
रांची : इंजीनियरिंग की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या और फिर उसे जलाने के मामले में करीब ढाई साल बाद सीबीआइ (रांची) की एंटी करप्शन ब्यूरो शाखा ने राहुल रॉय उर्फ राहुल राज उर्फ रोडेज राज उर्फ राज श्रीवास्तव (23) को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार युवक नालंदा के एकंगरसराय निवासी उमेश प्रसाद का पुत्र है. गिरफ्तारी के बाद राहुल को शनिवार को सीबीआइ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे छह जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया गया. वहीं सीबीआइ कुछ और लोगों की गिरफ्तारी को लेकर भी छापेमारी कर रही है.
इस संबंध में सीबीआइ के कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से इनकार किया है. घटना रांची के सदर थाना क्षेत्र के बूटी मोड़ के समीप बस्ती में 16 दिसंबर 2016 को घटी थी. तब पुलिस ने 19 साल की छात्रा का जला शव को उसके घर से बरामद किया था.
छात्रा के पिता के बयान पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 511 और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
सीबीआइ जांच की अनुशंसा की थी सीएम ने : बता दें कि घटना के बाद रांची पुलिस और सीआइडी ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की थी. इस दौरान करीब 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ भी की गयी थी. जांच में आरक्षी से लेकर डीजी रैंक के अफसर ने खूब मशक्कत की थी.
लेकिन खुलासा नहीं कर पाये थे. बाद में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जांच की जिम्मेदारी सीबीआइ को सौंपने की अनुशंसा की थी. उस वक्त उन्होंने मामले में सफेदपोश लोगों के हाथ होने की ओर इशारा किया था. तकनीकी खामियों की वजह से सीबीआइ ने एक साल तक मामला अपने हाथ में नहीं लिया था. बाद में तकनीकी खामियों को दूर किया गया और सीबीआइ ने मामले को टेकओवर किया और 28 मार्च 2018 को मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
धातु की तार लिपटी हुई थी छात्रा के गले में : उस वक्त रांची पुलिस ने बताया था कि छात्रा के गले में धातु की तार लिपटी हुई थी. सिर और शरीर का उपरी का हिस्सा जला हुआ था. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस जब छात्रा के कमरे में पहुंची, तो वह जल रही थी और कमरे से धुआं निकल रहा था.
उक्त छात्रा एक दिन पहले ही अपने पैतृक घर से रांची लौटी थी. वह मकान में अकेली थी. लड़की के पिता ने कहा था कि उनकी बेटी की बलात्कार के बाद तार से गला घोंटकर हत्या की गयी है. इसके बाद आरोपियों ने साक्ष्य को खत्म करने के लिए उनकी बेटी को जला दिया.