इंजीनियरिंग छात्रा हत्याकांड :राहुल को पांच दिनों की रिमांड पर लिया, शुरू हुई पूछताछ
सीबीआइ ने अदालत में आरोपी को पेश किया रांची : बूटी बस्ती में 15 दिसंबर 2016 को इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ दुष्कर्म अौर हत्या करने का आरोपी राहुल राज उर्फ आर्यन उर्फ अंकित उर्फ रॉकी को सीबीआइ ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. सीबीआइ आरोपी को सुबह 10.30 बजे पूछताछ के […]
सीबीआइ ने अदालत में आरोपी को पेश किया
रांची : बूटी बस्ती में 15 दिसंबर 2016 को इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ दुष्कर्म अौर हत्या करने का आरोपी राहुल राज उर्फ आर्यन उर्फ अंकित उर्फ रॉकी को सीबीआइ ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. सीबीआइ आरोपी को सुबह 10.30 बजे पूछताछ के लिए एसीबी कार्यालय ले गयी. इससे पहले सीबीआइ ने राहुल को 14 दिन (336 घंटे) के रिमांड के लिए सीबीआइ के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अनुज कुमार गुड़िया की अदालत में आवेदन दिया था. लेकिन अदालत ने पांच दिन (120 घंटा) की रिमांड की मंजूरी दी. रिमांड अवधि पूरी होने के बाद अारोपी को पुन: कोर्ट में प्रस्तुत करना होगा.
चार महीने छात्रा पर नजर रखने के बाद दिया घटना को अंजाम : मामले के जांच पदाधिकारी ने अदालत में दिये अपने आवेदन में कहा है कि आरोपी के मोबाइल के तकनीकी विश्लेषण अौर स्वतंत्र गवाह के बयान से उसके खराब अौर संदेहास्पद कैरेक्टर का पता चलता है.
आरोपी छात्रा के निवास के काफी नजदीक रहकर उसकी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों पर नजर रख रहा था. उसने चार महीने नजर रखने के बाद इस घटना को अंजाम दिया है. आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है अौर वह दुष्कर्म, गृहभेदन, साइबर क्राइम, पुलिस स्टडी से फरार होने जैसी घटनाअों को अंजाम दे चुका है.
कई शहरों में अपराधों को दिया अंजाम
राहुल राज नालंदा के ग्राम धुरगांव, थाना एकंगरसराय निवासी उमेश प्रसाद का पुत्र है. उसने पटना में भी एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था.
वह बेउर जेल में भी रह चुका था. अपने एक रिश्तेदार के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लए वह पेरोल पर बाहर आया था, जहां से वह फरार हो गया. फरारी के बाद वह कुछ महीने से रांची में रह रहा था, जहां उसने एक अौर घटना को अंजाम दिया. उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में राहुल के खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं. वह लखनऊ की जेल में भी रह चुका है.
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
बूटी में छात्रा के साथ दुष्कर्म अौर हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद पोस्टमार्टम में छात्रा के शरीर से आरोपी के शरीर के अंश मिले थे. इनके डीएनए की जांच आरोपी के माता-पिता के डीएनए से करायी गयी थी. आरोपी की मां उर्मिला देवी का डीएनए आरोपी के डीएनए से मैच कर गया था. इसके अलावा घटना के समय आरोपी के मोबाइल का सीडीआर लोकेशन भी घटनास्थल के आसपास मिला था.
बचपन से ही बुरी संगत में था राहुल
बिहारशरीफ/रांची. लखनऊ व रांची के निर्भया कांड का आरोपी राहुल राज उर्फ अंकित आर्यन उर्फ राज श्रीवास्तव बचपन से ही बुरी संगति में पड़ गया था. राहुल नालंदा जिले के एकंगरसराय थाने के धुरगांव का रहनेवाला है. उसके पिता संपन्न खेतिहर किसान हैं. फिलहाल उसके पिता अतिरिक्त आमदनी के लिए ऑटो चलाते हैं. राहुल को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था.
परिजन कुछ भी बताने से कर रहे हैं परहेज
ग्रामीण बताते हैं कि राहुल अपने गांव में 2013 में ही एक बार नजर आया था. इधर, राहुल की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार का कोई भी सदस्य बात करने से कतरा रहा है. मीडिया के कुछ लोग जब गांव पहुंचे, तो परिवार के लोगों ने अपने घर का दरवाजा तक नहीं खोला. कुछ ग्रामीणों ने दबी जुबान से बताया कि राहुल का चाल-चलन बचपन से ही खराब था. पिता समेत उनके रिश्तेदारों ने उसे सुधारने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हुए. गांव में भी वह कई छोटी-मोटी चाेरी कर चुका है.
आपराधिक इतिहास खंगाल रही है पुलिस
लखनऊ व रांची के दुष्कर्म कांड के आरोपी राहुल की गिरफ्तारी का मामला संज्ञान में आया है. एकंगरसराय थानाध्यक्ष को राहुल के बारे में छानबीन करने के लिए भेजा गया है. राहुल के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है.
मुत्तफिक अहमद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, हिलसा