सेतागड़ा में 27 जून को वर्षगांठ मनाने की चल रही तैयारी
खूंटी जिला प्रशासन ने वर्षगांठ की सूचना होने से किया इनकार
खूंटी : खूंटी के घाघरा गांव में बुधवार को गुपचुप तरीके से ग्रामीणों ने पत्थलगड़ी की पहली वर्षगांठ मनायी. अहले सुबह ग्रामीणों ने पत्थलगड़ी की पूजा-अर्चना की. इस दौरान गांव के ही नाममात्र ग्रामीण उपस्थित थे. प्रभात खबर की टीम जब गांव पहुंची, तो पत्थलगड़ी की पूजा किये जाने के प्रमाण मिले.
पत्थलगड़ी स्थल पर ताजा जली हुई अगरबत्ती, आग के अवशेष आदि मौजूद थे. हालांकि मौके पर एक भी ग्रामीण नजर नहीं आया. आसपास के घरों में रहने वाले ग्रामीणों ने इस पर कुछ बोलने से इंकार किया़ वहीं घाघरा से सटे कुदाडीह-मदगड़ा में कोई आयोजन नहीं हुआ. इधर घाघरा में पत्थलगड़ी की वर्षगांठ मनाये जाने के बारे में जिला प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है. इस मामले में अधिकारी कुछ भी कहने से बचते दिखे. खूंटी के ही सेतागड़ा में 27 जून को पत्थलगड़ी की वर्षगांठ मनाये जाने की तैयारी है.
एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने बताया कि सेतागड़ा या किसी भी गांव में पत्थलगड़ी की वर्षगांठ मनाये जाने से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली है. अगर विधि-व्यवस्था को लेकर कोई गतिविधि होती है, तो प्रशासन कार्रवाई करेगा. एसडीपीओ आशीष कुमार महली ने कहा कि ऐसी कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिली है. इसके बाद भी मामले पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने मारंगहादा पुलिस को सेतागड़ा क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया है.
घाघरा में पत्थलगड़ी के बाद हुआ था लाठीचार्ज
घाघरा गांव में गत वर्ष पत्थलगड़ी के दौरान हंगामा हुआ था. पत्थलगड़ी के होने के बाद पुलिस और ग्रामीणों की भिड़ंत हुई थी. इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थकों ने तत्कालीन सांसद कड़िया मुंडा के अनिगड़ा स्थित आवास पर तैनात तीन जवानों को अगवा कर लिया था. उन्हें छुड़ाने के प्रयास में दो दिन बाद गांव में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. मशक्कत के बाद जवानों को मुक्त कराया गया था और उनके हथियार बरामद किये गये थे.
कुछ लोग कर रहे हैं दुष्प्रचार : नीलकंठ मुंडा
ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने पत्थलगड़ी के संबंध में कहा कि गांव के लोग भोले-भाले हैं. पत्थलगड़ी समर्थक नहीं चाहते कि यहां के लोगों को सरकारी योजना का लाभ मिले और ग्रामीण पहले की तरह ही रहें. इसमें कुछ ही लोग शामिल हैं और कहीं-कहीं दुष्प्रचार कर रहे हैं. ये लोग संविधान की गलत व्याख्या कर रहे हैं. ऐसे लोगों को आधी जानकारी है. उसी पर भ्रम फैला रहे हैं.