Loading election data...

सिमडेगा की 13 साल की बच्ची को बंधक बनाकर हरियाणा में कराया जा रहा था काम, हेमंत सोरेन बोले- कार्रवाई करें

शक्तिवाहिनी एक्‍सेस टू जस्टिस प्रोजेक्‍ट टीम और चाइल्‍डलाइन गुरुग्राम ने बच्‍ची के परिजनों से संपर्क किया है, ताकि बच्ची को परिवार को सौंपा जा सके. साथ ही इस परिवार की मदद की जा सके. शक्तिवाहिनी ने सिमडेगा जिले के एसपी से भी बात की है, ताकि बच्‍चों को की तस्करी करने वाले गिरोह को सजा दिलायी जा सके.

By Mithilesh Jha | February 8, 2023 6:37 PM

Jharkhand Child Trafficking News: झारखंड के सिमडेगा जिला की एक नाबालिग बच्ची को हरियाणा से मुक्त कराया गया है. गुरुग्राम में उससे अमानवीय तरीके से काम करवाया जा रहा था. 13 साल की इस बच्ची को एक दंपती ने बंधक बनाकर रखा था और उससे अमानवीय व्यवहार हो रहा था. मंगलवार को बच्ची को मुक्त करवा लिया गया है. उसे अब उसके परिवार से मिलाने की व्यवस्था की जा रही है. सूचना मिलने के बाद सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन ने दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश पुलिस को दिया है.

झारखंड पुलिस को निर्देश- एफआईआर कर सख्त कार्रवाई करें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को ट्विटर पर झारखंड पुलिस को टैग करते हुए लिखा है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई करें और इसकी सूचना दें. सीएम ने कहा है कि जानकारी के अनुसार, बिटिया सिमडेगा से है. इसलिए सिमडेगा के उपायुक्त से कहा है कि बिटिया को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाते हुए उसकी राज्य वापसी सुनिश्चित करें. उसे शिक्षा और सरकारी योजनाओं से जोड़ें और इसकी सूचना दें. साथ ही महिला एवं बाल विकास मंत्री जोबा माझी से भी इस मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है.

शक्तिवाहिनी,  चाइल्डलाइन गुरुग्राम ने बच्ची के परिजनों से किया संपर्क

शक्तिवाहिनी एक्‍सेस टू जस्टिस प्रोजेक्‍ट टीम और चाइल्‍डलाइन गुरुग्राम ने बच्‍ची के परिजनों से संपर्क किया है, ताकि बच्ची को उसके परिवार को सौंपा जा सके. साथ ही इस परिवार की मदद की जा सके. शक्तिवाहिनी ने सिमडेगा जिले के एसपी से भी बात की है, ताकि बच्‍चों को की तस्करी करने वाले गिरोह को सजा दिलायी जा सके.

Also Read: मानव तस्करी के शिकार झारखंड के चार बच्चे दिल्ली से रेस्क्यू, CM हेमंत सोरेन के प्रयास का दिखा असर
ह्यूमन ट्रैफिकिंग व बांडेड लेबर एक्ट के तहत केस दर्ज करने की मांग

ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने की दिशा में काम कर रही गैर सरकारी संस्था शक्तिवाहिनी ने मांग की है कि पुलिस इस मामले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग और बांडेड लेबर एक्ट के तहत केस दर्ज करे, क्‍योंकि पीड़िता को बहला फुसलाकर सिमडेगा से ले जाया गया था और उसे एक अमीर आदमी के घर में कैद करके उससे काम करवाया जा रहा था.

बच्ची से की जाती थी मारपीट

मासूम बच्ची को घरेलू काम करने के लिए मजबूर किया गया और उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की जाती रही. इतना ही नहीं, इस बच्ची को कभी मेहनताना भी नहीं दिया गया. शक्तिवाहिनी एक्‍सेस टू जस्टिस प्रोजेक्‍ट टीम नाबालिग की काउंसलिंग में भी मदद कर रही है. शक्तिवाहिनी एक्‍सेस टू जस्टिस प्रोजेक्‍ट टीम और चाइल्‍डलाइन गुरुग्राम ने पुलिस से नाबालिग की आयु को वेरिफाई करने का भी आग्रह किया है, ताकि पीड़िता को हर संभव सहयोग और मुआवजा सरकार की ओर से मिल सके.

Also Read: EXPLAINER: झारखंड समेत इन राज्यों में होती हैं मानव तस्करी की सबसे ज्यादा घटनाएं, जानें अपने राज्य का हाल
जल्द से जल्द भारत सरकार एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग बिल पास करवाये

नाबालिग को बुरी तरह से पीटने और जबरन कैद में रखकर काम करवाने के इस अमानवीय कृत्य पर शक्तिवाहिनी के कार्यकारी निदेशक निशिकांत ने कहा कि यह घटना हम सबको याद दिलाती है कि हमारे समाज में बच्‍चों का शोषण बदस्‍तूर जारी है. हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह बच्‍चों के साथ हो रहे इस तरह के शोषण का संज्ञान ले और संसद में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग बिल को जल्द से जल्द पारित करवाये, ताकि इस अपराध में लिप्त लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.

बाल संरक्षण आयोग और हरियाणा सरकार से हेमंत सोरेन का आग्रह

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और हरियाणा सरकार से आग्रह किया है कि इस गंभीर मामले का संज्ञान लें और लड़की को उसके परिवार के पास वापस लाने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करें.

बच्ची को लाने कल हरियाणा जायेगी टीम : सिमडेगा डीसी

मुख्यमंत्री श्री सोरेन के आदेश के बाद सिमडेगा के उपायुक्त ने सीएम को बताया कि मामले का संज्ञान लिया गया है. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए बृहस्पतिवार को प्रस्थान करेगी. बच्ची को चिकित्सा, शिक्षा, पुनर्वास एवं योजनाओं का लाभ त्वरित रूप से उपलब्ध कराया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version