भारतीय सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट बनायेगी एचइसी, इसरो के लिए लांचिंग पैड का भी निर्माण कर चुकी है कंपनी

भारतीय सेना के लिए आर्म्ड व्हीकल के उपकरण बनाने को बोर्ड ने दी मंजूरी रांची : एचइसी में सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट और आर्म्ड व्हीकल के उपकरण बनाये जायेंगे. इसका प्रस्ताव एचइसी प्रबंधन ने शुक्रवार को बोर्ड की बैठक में रखा गया, चर्चा के बाद बोर्ड के सदस्यों ने इसे मंजूरी दे दी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2019 7:00 AM
भारतीय सेना के लिए आर्म्ड व्हीकल के उपकरण बनाने को बोर्ड ने दी मंजूरी
रांची : एचइसी में सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट और आर्म्ड व्हीकल के उपकरण बनाये जायेंगे. इसका प्रस्ताव एचइसी प्रबंधन ने शुक्रवार को बोर्ड की बैठक में रखा गया, चर्चा के बाद बोर्ड के सदस्यों ने इसे मंजूरी दे दी.
अब एचइसी का दल जुलाई के पहले सप्ताह में इजराइल जायेगा व वहां की कंपनियों से टाइअप के लिए प्रस्ताव बनायेगा. प्रस्ताव बनने के बाद दोनों कंपनियों के साथ एचइसी टाइअप करेगा. बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के प्रोजेक्ट में काम करने से एचइसी को नये प्रोजेक्ट मिलेंगे और कार्यादेश की कमी नहीं रहेगी.
पीएम के साथ दौरे पर एचइसी का दल भी गया था
एचइसी के अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब इजराइल के दौरे पर गये, तो एचइसी का दल भी साथ था. वहां बुलेट प्रूफ जैकेट व आर्म्ड व्हीकल को लेकर दो कंपनी से बातचीत हुई.
बुलेट प्रूफ जैकेट के लिए लियोर टेक्सटाइल व आर्म्ड व्हीकल के लिए सालडोट कंपनी एचइसी को तकनीक देगी. इसके बाद दोबारा एचइसी की टीम इजराइल के दौरे पर गयी. जहां एचइसी ने अपनी क्षमता के बारे में विस्तार से चर्चा की और निर्णय लिया गया कि एचइसी में बुलेट प्रूफ जैकेट और आर्म्ड व्हीकल के लिए उपकरण बनाने की क्षमता है.
एचइसी के अधिकारी ने बताया कि नीति आयोग भी इस मामले में गंभीर है. मेक इन इंडिया के तहत चार से पांच विदेशी कंपनियों ने देश में बुलेट प्रूफ जैकेट के इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल के प्लांट लगाने की इच्छा जतायी है. भारत में कच्चा माल मिलने से बुलेट प्रूफ जैकेट व आर्म्ड व्हीकल का कच्चा माल और सस्ते में उपलब्ध होगा. वर्तमान में भारतीय सेना जो बुलेट प्रूफ जैकेट इस्तेमाल करती है, वह भारी है. इजराइल की तकनीक से बनने वाली यह जैकेट काफी हल्का होगा.
इजराइल की कंपनी के सहयोग से बनेगा जैकेट व उपकरण
उपलब्धि : इसरो के लिए लांचिंग पैड का निर्माण कर चुकी है एचइसी. चंद्रयान-एक और दो ने इसी पैड से उड़ान भरा था.

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