झारखंड में विधानसभा की 35 सीटों पर जदयू की नजर, नेताओं को दिया टास्क, जानें क्यों अपनी ताकत बढ़ाना चाहते हैं नीतीश

रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गोटी बिछने लगी है. एनडीए का मुख्य घटक दल जदयू की नजर झारखंड पर है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड के नेताओं को चुनावी टास्क दिया है. राज्य में लगभग 35 सीटों पर पार्टी की नजर है. जदयू ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2019 7:23 AM
रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गोटी बिछने लगी है. एनडीए का मुख्य घटक दल जदयू की नजर झारखंड पर है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड के नेताओं को चुनावी टास्क दिया है. राज्य में लगभग 35 सीटों पर पार्टी की नजर है. जदयू ने इसके लिए राज्य की सीटों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है. झारखंड में जिन सीटों पर पूर्व में समता पार्टी या फिर जदयू का परंपरागत आधार रहा है, उन सीटों पर पार्टी जोर लगायेगी. राज्य के कुरमी बहुल इलाके में भी पार्टी दखल देगी.
पिछले दिनों नीतीश कुमार ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू सहित दूसरे नेताओं को पूरी ताकत के साथ चुनाव में जुटने को कहा था. श्री कुमार ने अलग-अलग सीटों पर मजबूत दावेदारों की तलाश करने की बात कही थी. इसी क्रम में पार्टी विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के लिए नेताओं की तलाश कर रही है. कई लोगों को पार्टी में शामिल कराया जा रहा है. जदयू जमीनी स्तर पर संगठन का हाल जानने और चुनावी मिजाज को भांपने के लिए सर्वे भी करा रहा है.
समता पार्टी से लेकर जदयू की परंपरागत सीटों को किया चिह्नित, कुरमी बहुल इलाके में भी देंगे दखल
प्रशांत किशोर की टीम कर रही है सर्वे
झारखंड में जदयू की संभावनाओं की तलाश में राजनीतिक रणनीतिकार और पार्टी नेता प्रशांत किशोर की टीम जुटी है. प्रशांत किशोर की टीम ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया है. नेताओं और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है. सीटों पर पार्टी द्वारा सुझाये गये प्रत्याशियों की स्थिति को टटोला जा रहा है. पलामू, उत्तरी छोटानागपुर, संताल परगना की सीटों पर सर्वे का काम चल रहा है. सर्वे टीम स्वतंत्र रूप से काम कर रही है.
पलामू पर सबसे ज्यादा होगा फोकस
पलामू पर पार्टी का सबसे ज्यादा फोकस होगा. डालटनगंज, हुसैनाबाद, पांकी, भवनाथपुर, छत्तरपुर, गढ़वा, चतरा, लातेहार जैसी विधानसभा सीटों पर तैयारी करने को कहा गया है. वहीं, संताल परगना में शिकारीपाड़ा पर पार्टी दांव लगा सकती है. देवघर, जरमुंडी विधानसभा क्षेत्रों में भी प्रत्याशी की तलाश की जा रही है. इधर, दक्षिणी छोटानागपुर में तमाड़, खूंटी, सिल्ली पर संभावना देख रहे हैैं. पार्टी ईचागढ़, मांडू, गोमिया, हजारीबाग व कोडरमा विधानसभा सीटों को भी टारगेट बना सकती है.
क्यों अपनी ताकत बढ़ाना चाहते हैं नीतीश
चुनाव आयोग से राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता हासिल करने के लिए जदयू जोर लगा रहा है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, जदयू को राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता हासिल करने के लिए वर्तमान में किसी भी राज्य के विधानसभा चुनाव में 10 प्रतिशत वोट की आवश्यकता है. इसके साथ ही पार्टी को दो से चार सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी. जदयू बिहार से सटे झारखंड में अपना पुराना साख लौटाने के साथ-साथ इस रणनीति पर भी काम का रहा है.

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