रांची : स्वास्थ्य मंत्री बोले- डॉक्टरों से हुई है बात, नहीं देंगे इस्तीफा, ट्रॉमा सेंटर का उदघाटन 14 को
स्वास्थ्य मंत्री रिम्स पहुंचे, निदेशक के साथ की बैठक इधर, निदेशक बोले रिम्स में नहीं है डॉक्टरों की कमी, तीन नये असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त हुए हैं हमारे पास जो डॉक्टर ईमानदारी से प्राइवेट प्रैक्टिस करना चाहते हैं, उनके लिए वीआरएस अच्छा मौका रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी सोमवार को रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार […]
स्वास्थ्य मंत्री रिम्स पहुंचे, निदेशक के साथ की बैठक
इधर, निदेशक बोले रिम्स में नहीं है डॉक्टरों की कमी, तीन नये असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त हुए हैं
हमारे पास जो डॉक्टर ईमानदारी से प्राइवेट प्रैक्टिस करना चाहते हैं, उनके लिए वीआरएस अच्छा मौका
रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी सोमवार को रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह के साथ बैठक की. रिम्स के डॉ संजय सिंह द्वारा वीआरएस का आवेदन देने व अन्य डॉक्टरों द्वारा वीआरएस का आवेदन देने की सूचना की जानकारी मंत्री ने निदेशक से ली.
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों से बात हुई है, वह रिम्स नहीं छोड़ेंगे. डाॅक्टरों पर कोई अनावश्यक दबाव नहीं बनाया जा रहा है. डॉक्टरों को नियमानुसार काम करने को कहा गया है. ड्यूटी का समय पर पालन नहीं करनेवाले पर ही कार्रवाई की जायेगी.
इधर, रिम्स निदेशक स्पष्ट कर दिया है कि मेडिसिन से एक डॉक्टर ने वीआरएस का आवेदन दिया है, लेकिन हमारे पास तीन नये असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त हुए हैं. तीनों डाॅक्टर ने मेडिसिन में योगदान भी दे दिया है.
अगर कोई डॉक्टर ईमानदारी से प्राइवेट प्रैक्टिस करना चाहते हैं, तो उसके लिए वीआरएस अच्छा मौका है. रिम्स में चिकित्सकों की कमी नहीं होगी. डाॅक्टर वीआरएस लेते हैं, तो नियुक्ति की प्रक्रिया तेज कर दी जायेगी. झारखंड व बिहार के डॉक्टरों से देश के कई अस्पताल का संचालन होता है.
20 डॉक्टरों के वीआरएस की तैयारी की चर्चा
रिम्स में डाॅक्टरों के वीआरएस की चर्चा जोरों पर है. डॉक्टर आपस में वीआरएस लेकर प्रैक्टिस करने व रिम्स में बने रहने की चर्चा कर रहे हैं. सूत्र बताते हैं कि करीब 20 से अधिक डॉक्टरों ने वीआरएस लेने का निर्णय ले लिया है. उनका कहना है कि रिम्स में फिलहाल जो माहौल है, उसमें नौकरी करना मुश्किल हो गया है.
ट्रॉमा सेंटर का उदघाटन 14 को
रांची : रिम्स में निर्मित ट्रॉमा सेंटर का संचालन 14 जुलाई को मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवशी ने सोमवार को यह जानकार दी.
उन्होंने बताया कि उदघाटन के अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह भी मौजूद रहेंगे. इसके अलावा नवनिर्मित प्रशासनिक भवन और 500 बेड के गर्ल्स हॉस्टल का भी उदघाटन किया जायेगा. इसके अलावा डेंटल कॉलेज के पीछे पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा बनाये जा रहे विश्राम सदन का शिलान्यास भी किया जायेगा. ट्रॉमा सेंटर का उदघाटन होने के बाद यह उम्मीद जग गयी है कि 14 जुलाई से 30 बेड का संचालन शुरू हो जायेगा.
रांची : कमजोर हो रही बिल्डिंग, ली जायेगी विशेषज्ञ की सलाह
रिम्स निदेशक ने बेसमेंट में जलजमाव पर जतायी चिंता, कहा
रांची : रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा है कि रिम्स के बेसमेंट में जलजमाव से बिल्डिंग कमजोर हो रही है, इसलिए जलजमाव को दूर करना जरूरी है. रिम्स का निर्माण 50 साल पहले हुआ था, लेकिन पानी की समस्या नहीं हाेती थी. अब क्या वजह है कि पानी जमा हो रहा है. बिल्डिंग को बचाने के लिए विशेषज्ञ से राय ली जायेगी. रांची नगर निगम और राजधानी के संस्था से संपर्क किया जायेगा, ताकि बेसमेंट में जलजमाव नहीं हो. सरकार और काेर्ट भी इसको लेकर गंभीर है.
निदेशक ने बताया कि बरसात का मौसम आ गया है. इस कारण डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया मच्छर का लार्वा पनपने की शिकायत मिल रही है. रिम्स के पास फाॅगिंग मशीन है, लेकिन यह छोटी है. इसके बावजूद समय-समय पर फॉगिंग करायी जायेगी. नगर निगम से वार्ता कर फॉगिंग कराने का आग्रह किया गया है.
कार्डियेक ओपीडी के लिए निदेशक से आग्रह
रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह से सदर अस्पताल के डॉ विमेश सिंह ने मुलाकात की. उन्होंने उपायुक्त का निर्देश पत्र देते हुए बताया कि कार्डियेक ओपीडी को शुरू करना है. इससे मरीजों को काफी लाभ होगा. रिम्स के कार्डियोलाॅजी ओपीडी में अनावश्यक भीड़ नहीं लगेगी. निदेशक ने कहा कि कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों से बात की जायेगी कि कैसे सदर अस्पताल को ओपीडी में मदद की जाये.