झारखंड में हो रहा है इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल ,जानिए क्या है खास…
रांची : इलेक्ट्रिक कार अभी बाजार में बहुत प्रचलित नहीं है, यही कारण है कि इस वर्ष के बजट में इसे प्रचलित करने पर काफी जोर दिया गया है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश भर में कई जगहों पर इन कारों काइस्तेमाल हो रहा है. झारखंड में भी इलेक्ट्रिक कार का […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
July 11, 2019 2:50 PM
रांची : इलेक्ट्रिक कार अभी बाजार में बहुत प्रचलित नहीं है, यही कारण है कि इस वर्ष के बजट में इसे प्रचलित करने पर काफी जोर दिया गया है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश भर में कई जगहों पर इन कारों काइस्तेमाल हो रहा है. झारखंड में भी इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल शुरू हो चुका है. नवंबर 2018 से बिजली विभाग इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल कर रहा है. बिजली विभाग के पास टाटा टिगोर की 32 गाड़ियां हैं. बिजली विभाग केइलेक्ट्रिक सुपरिंटेंडिंग इजीनियर ऋृषि नंदन ने हमें बताया हम 2018 से इन गाड़ियों का इस इस्तेमाल कर रहे हैं. गाडि़यां आरामदायक हैं, आप घर पर भी15 एमपियर के चार्जर से कार को चार्ज कर सकते हैं.
बिजली विभाग के साथ- साथ जनवरी 2019 से हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन लिमिटेड (HEC) में 16 इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल हो रहा है. यहां चार चार्जिंग प्वाइंट भी बने हैं जिनसे कार चार्ज होती है.इलेक्ट्रिक कारका इस्तेमाल कर रहे सीनियर डीजीएम सुनील कहते हैं , इस कार के इस्तेमाल के बाद मैं कह सकता हूं कि मेरा अनुभव शानदार है.
इलेक्ट्रिक कार का बाजार देश में बढ़ रहा है. भारत में कई नयी कंपनियां आ रही हैं और बाजार में इस कार को लेकर सरकार ने भी संभावनाओं के द्वार खोल दिये हैं. इस कार को लेकर अबतक कई सवाल हैं जिसके जवाब नहीं मिले. इलेक्ट्रिक कार को लेकर संसाधनों की कमी है. चार्जिंग प्वाइंट कम हैं, कई राज्यों में नहीं हैं. इसके बावजूद इस कार की तरफ उम्मीद से देखा जा रहा है, कारण है सरकार इस कार की खरीद पर काफी रियायत दे रही हैं, साथ ही यह कार पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचाती है. कोई व्यक्ति कार लोन लेकर इलेक्ट्रिक कार खरीदता है तो उसके 1.5 लाख ब्याज पर आयकर में छूट मिलेगी. पूरे लोन की अवधि में ये छूट 2.5 लाख रुपये तक हो सकती है.
शहर में इस्तेमाल के लिए है शानदार गाड़ी
रांची में बिजली विभाग और एचईसी में इन कारों का इस्तेमाल हो रहा है. एचईसी में एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड ( EESL) से हुए समझौते के तहत ‘महिंद्रा सेडान’ की इलेक्ट्रिक कार का प्रयोग किया जा रहा है. इस कार का पिछले चार महीनों से इस्तेमाल कर रहे सीनियर डीजीएम सुनील कहते हैं. कार बेहद आरामदायक है. इसकी ड्राइविंग इतनी आसान और मजेदार है कि दूसरे कार से इसकी तुलना ही नहीं की जा सकती है. मैं दफ्तर आने जाने के लिए इसका इस्तेमाल करता हूं और हर दिन लगभग 30 से 40 किमी मेरी गाड़ी चलती है. मैं इस गाड़ी को खरीदने की सलाह देता हूं. इस गाड़ी में आराम तो है ही साथ ही आप पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे हैं क्योंकि आपकी गाड़ी से धुंआ नहीं निकलता.
एचईसी में लॉ हेड के पद पर काम कर रहे अमित कहते हैं. गाड़ी बेहद शानदार है मैं जनवरी से इसका इस्तेमाल कर रहा हूं मुझे इस गाड़ी ने कभी कोई समस्या नहीं दी. मुझे ट्रेन पकड़नी थी और इसी गाड़ी से ड्राइवर ने मुझे 15 मिनट में स्टेशन पहुंचा दिया. यह गाड़ी साधारण गाड़ी से कई मामलों में आगे हैं जैसे आप बैठकर गाड़ी स्टार्ट करेंगे तो आपको कोई आवाज नहीं सुनायी देगी. गाड़ी ऑटोमेटिक है आपको सड़क पर बार- बार गियर बदलने की जरूरत नहीं है. बैठ गये एक्सलेट किया और चल दिये.
आसान हुई ड्राइविंग
साल 1985 से गोपाल प्रसाद जायवाल ड्राइविंग का काम कर रहे हैं. गोपाल कहते हैं इस गाड़ी के आ जाने से हमें भी आराम हुआ है. ड्राइविंग बहुत आसान हो गयी है. विजय कच्छप भी एचईसी की इलेक्ट्रिक गाड़ियां चलाते हैं. विजय बताते हैं कि अभी तक कोई बड़ी परेशानी तो नहीं हुई हां, कई बार स्टार्ट बंद हो जाता है तो बोनट खोलकर बटन दबाना पड़ता है.
चार्ज करने पर कितना लगता है समय
सुनील बताते हैं कि एक बार चार्ज होने के बाद गाड़ी आराम से 110 किमी चल सकती है. इसे चार्ज होने में चार से पांच घंटे का वक्त लगता है. यहां फास्ट चार्जिंग की भी व्यवस्था है जिसमें 2 घंटे में आपकी गाड़ी पूरी तरह चार्ज हो जाती है.