Loading election data...

जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरूआत करने वाले नड्डा यूं पहुंचे हिमाचल, बिहार से है खास कनेक्शन

रांची : भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा 13 जून को यानी आज दो दिवसीय दौरे पर झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे हैं. कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा का यह पहला दौरा है जिसे काफी अहम बताया जा रहा है, ऐसा इसलिए क्योंकि इसी साल सूबे में विधानसभा चुनाव होने हैं. आपको बता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2019 12:56 PM

रांची : भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा 13 जून को यानी आज दो दिवसीय दौरे पर झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे हैं. कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा का यह पहला दौरा है जिसे काफी अहम बताया जा रहा है, ऐसा इसलिए क्योंकि इसी साल सूबे में विधानसभा चुनाव होने हैं. आपको बता दें कि नड्डा का बिहार और झारखंड से पुराना नाता रहा है. उनका छात्र जीवन बिहार की राजधानी पटना में बीता है. उन्हें बिहार के साथ-साथ झारखंड की राजनीति की पूरी समझ है. वह संगठन और सरकार के काम से भी वाकिफ हैं.

आइए हम आपको जेपी नड्डा यानी जगत प्रकाश नड्डा के झारखंड-बिहार के कनेक्शन के बारे में बताते हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्रालय का अहम पदभार संभाला ने वाले नड्डा का जन्म 2 दिसंबर 1960 को बिहार की राजधानी पटना में हुआ. वे ब्राह्मण परिवार से ताल्लुकात रखते हैं. नड्डा ने प्रारंभिक शिक्षा और बीए तक की पढ़ाई पटना से की. इसके बाद उन्होंने एलएलबी की डिग्री हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से हासिल की.

पिता थे पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति
जेपी नड्डा के परिवार की बात करें तो उनके पिता और माता का नाम क्रमश: डॉ. नारायण लाल नड्डा और कृष्णा नड्डा है. नड्डा के पिता पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति थे. साल 1992 में जेपी नड्डा, मल्लिका नड्डा के साथ शादी के बंधन में बंधे. मल्लिका नड्डा की बात करें तो वह हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्य करतीं हैं. मल्लिका नड्डा के पिता जबलपुर से सांसद रह चुके हैं. जेपी नड्डा के दो बच्चे हैं.

राजनीति की शुरूआत
जेपी नड्डा के राजनीतिक सफर की बात करें तो उन्होंने इसकी शुरुआत साल 1975 में जेपी मूवमेंट से की थी. वे देश के सबसे बड़े आंदोलनों में शुमार इस मूवमेंट का हिस्सा बने थे. इस आंदोलन के बाद वे बिहार की छात्र शाखा एबीवीपी में शामिल हो गये थे. जेपी नड्डा ने साल 1977 में अपने कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में जीत दर्ज करके वे पटना यूनिवर्सिटी के सचिव बने थे.

हिमाचल प्रदेश में नड्डा
पटना यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री लेने के बाद नड्डा ने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में एलएलबी की पढ़ाई शुरू की. यहां उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सीट में भी छात्र संघ का चुनाव लड़ा और उसमें जीत दर्ज की. भाजपा जेपी नड्डा की प्रतिभा को पहचान चुकी थी, इसलिए पार्टी ने उन्हें वर्ष 1991 में अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया. नड्डा ने साल 1993 में हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर सीट से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने शानदार जीत दर्ज की थी. इसके बाद नड्डा को प्रदेश की विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया.

धूमल सरकार में बने मंत्री, फिर गये राज्यसभा
नड्डा ने साल 1998 और 2007 के चुनाव में फिर बिलासपुर सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. इस दौरान नड्डा को प्रदेश की कैबिनेट में भी जगह देने का काम पार्टी ने किया. प्रेम कुमार धूमल की सरकार में उन्हें वन-पर्यावरण, विज्ञान व टेक्नालॉजी विभाग का मंत्री बनाया गया. नड्डा के बेहतरीन काम को पार्टी ने काफी करीब से देख लिया था. यही वजह थी कि साल 2012 में पार्टी ने उन्हें हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा में भेजा. इस समय से नड्डा राज्यसभा सांसद के तौर पर काम में लगे हुए हैं और पार्टी को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version