रांची : अस्पतालों में मरीजों को बेहोश व अॉपरेशन करनेवाले नहीं

जिला अस्पताल सहित कई रेफरल अस्पताल का लाभ मरीजों खास कर गर्भवती को नहीं मिल रहा है रांची : राज्य के कुछ जिला अस्पतालों सहित कई रेफरल (सीएचसी व अनुमंडलीय) अस्पतालों में न तो मरीजों को बेहोश करनेवाले (निश्चेतक या एनेसथेटिस्ट) हैं अौर न ही मरीजों का अॉपरेशन करने के लिए डॉक्टर. कई अस्पतालों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2019 9:12 AM
जिला अस्पताल सहित कई रेफरल अस्पताल का लाभ मरीजों खास कर गर्भवती को नहीं मिल रहा है
रांची : राज्य के कुछ जिला अस्पतालों सहित कई रेफरल (सीएचसी व अनुमंडलीय) अस्पतालों में न तो मरीजों को बेहोश करनेवाले (निश्चेतक या एनेसथेटिस्ट) हैं अौर न ही मरीजों का अॉपरेशन करने के लिए डॉक्टर. कई अस्पतालों के ब्लड स्टोरज यूनिट (बीएसयू) भी कार्यरत नहीं हैं.
ऐसे में संबंधित अस्पतालों में अॉपरेशन नहीं हो रहे हैं. दूसरे शब्दों में इन अस्पतालों का लाभ मरीजों खास कर गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा. इन अस्पतालों के खराब प्रदर्शन का कारण जानने तथा उनसे सवाल-जवाब करने के लिए 25 जून को नामकुम स्थित इंस्टीट्यूट अॉफ पब्लिक हेल्थ (आइपीएच) के सभागार में बैठक हुई थी. अध्यक्षता एनएचएम के अभियान निदेशक(एमडी) डॉ शैलेश कुमार चौरसिया ने की थी.
उनकी मौजूदगी में संबंधित अस्पताल के प्रभारी या अन्य चिकित्सक प्रतिनिधियों ने अपनी समस्या बतायी थी. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैनामोड़ के बारे में बताया गया कि बोकारो जिले की कई सहिया गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल पहुंचाने के बजाय उन्हें निजी अस्पतालों तक पहुंचा देती हैं. इसके बाद एमडी ने जिले के सिविल सर्जन को इसकी मॉनिटरिंग करने तथा दोषी सहिया पर कार्रवाई करने को कहा है. उधर सीएचसी डुमरी से यह शिकायत मिली कि यहां गैर सरकारी संस्था दीपक फाउंडेशन विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा लगातार नहीं दे पा रहा है. इससे अॉपरेशन में परेशानी हो रही है.
गौरतलब है कि इस संस्था को सीएचसी डुमरी में सीएचसी संबंधी सेवा देने के लिए तीन साल का करार हुआ है. पर संस्था का प्रदर्शन ठीक नहीं है तथा विभागीय सचिव के निर्देश पर इसे गत माह शो-कॉज भी किया गया है. उधर अनुमंडलीय अस्पताल बेरमो के दो चिकित्सकों के इस्तीफा दे देने से अॉपरेशन बाधित है.
किस अस्पताल में क्या है कमी
जिला अस्पताल जामताड़ा : ब्लड स्टोरज यूनिट संचालित नहीं. एक चिकित्सक डॉ शिवानी स्टडी लीव पर हैं.
जिला अस्पताल लातेहार : गारू व मनिका प्रखंड में घर में ज्यादा हो रहे प्रसव. लोग अस्पताल नहीं आते.
अनुमंडलीय अस्पताल चास : ब्लड बैंक संचालित नहीं. एक डॉक्टर डॉ स्नेह लता सेवानिवृत्त.
सीएचसी जैनामोड़ : ज्यादातर गर्भवती सदर अस्पताल जा रही हैं. सहिया मरीजों को सरकारी अस्पताल के बजाय निजी अस्पताल पहुंचा रही हैं. अस्पताल के डॉ रॉय शेखर अॉपरेशन करने में असमर्थ हैं.
अनुमंडलीय अस्पताल बेरमो : दो चिकित्सकों डॉ शिवानी दास व डॉ बास्की का इस्तीफा. यहां कोई चिकित्सक नहीं.
सीएचसी बहरागोड़ा : दो चिकित्सकों में से एक डॉ सावित्री रानी पटमदा में पदस्थापित, दूसरे डॉ तिवारी सेवानिवृत्त.
सीएचसी बरही : ब्लड स्टोरज यूनिट संचालित नहीं.
सीएचसी डुमरी : गैर सरकारी संस्था दीपक फाउंडेशन की अोर से विशेषज्ञ चिकित्सकों की रेगुलर सेवा नहीं मिल रही.
सीएचसी मधुपुर : ब्लड स्टोरज यूनिट संचालित नहीं.
सीएचसी सारवां : एनेसथेटिस्ट का इस्तीफा. डॉ जगमोहन मेजर सर्जरी नहीं करते.
सीएचसी बिष्णुगढ़ : एनेसथेटिस्ट नहीं. ब्लड स्टोरेज यूनिट का लाइसेंस नहीं
सीएचसी हुसैनाबाद : स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं.
सीएचसी गोला : एनेसथेटिस्ट नहीं.
सीएचसी मांडू : ब्लड स्टोरेज यूनिट नहीं
सीएचसी राजनगर : सर्जन नहीं.
रेफरल अस्पताल सोनहातू : एनेसथेटिस्ट नहीं

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