रांची : ड्राइविंग लाइसेंस के लिए करनी होगी दो घंटे की क्लास, देने होंगे तीन टेस्ट
रांची : ड्राइविंग लाइसेंस लेना अब और पेचीदा हो गया है. ड्राइविंग लाइसेंस लेने से पहले आवेदकों को दो घंटे की क्लास करनी होगी. इसमें आवेदकों को ट्रैफिक रूल की जानकारी दी जायेगी. इसके बाद परीक्षा भी होगी परीक्षा में पास होने के बाद ही लर्निंग लाइसेंस की अनुमति मिलेगी. यह व्यवस्था होंडा कंपनी की […]
रांची : ड्राइविंग लाइसेंस लेना अब और पेचीदा हो गया है. ड्राइविंग लाइसेंस लेने से पहले आवेदकों को दो घंटे की क्लास करनी होगी. इसमें आवेदकों को ट्रैफिक रूल की जानकारी दी जायेगी. इसके बाद परीक्षा भी होगी
परीक्षा में पास होने के बाद ही लर्निंग लाइसेंस की अनुमति मिलेगी. यह व्यवस्था होंडा कंपनी की ओर से की जा रही है.इसके लिए समाहरणालय के ए-ब्लॉक के कमरा नंबर-106 में तैयारी की जा रही है. होंडा कंपनी के अधिकारियों के दल ने कमरे का जायजा लिया और अपने हिसाब से इसे तैयार करने का निर्णय लिया है. जिला परिवहन पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि यह व्यवस्था जल्द ही शुरू होगी. पहले क्लास करें इसके बाद ड्राइविंग टेस्ट दीजिए. यानी अब ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिये तीन टेस्ट देने होंगे. इनमें दो परीक्षाएं और एक ड्राइविंग टेस्ट है.
रोजाना आ रहे हैं 100 आवेदन : लाइसेंस लेने से पहले आवेदकों को ऑनलाइन परीक्षा देनी होती है. आवेदकों को 10 सवाल दिये जाते हैं. इनमें से पांच सवालों के सही जवाब देने होते हैं. इसमें पास होने के बाद ही आवेदक को लर्निंग लाइसेंस की अनुमति मिलती है. इसके बाद सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद अावेदक को अंतिम दौर के टेस्ट से गुजरना होता है. यानी ड्राइविंग टेस्ट. ड्राइविंग टेस्ट देने के बाद ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस मुहैया कराया जाता है. जानकारी के अनुसार वर्तमान में ऑनलाइन टेस्ट के लिए प्रतिदिन 100 आवेदन आ रहे हैं.
ऑनलाइन टेस्ट के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार
अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा. आवेदन देने के बाद कुछ दिनों बाद ही उन्हें ऑनलाइन टेस्ट के लिए स्लॉट मिल जायेगा. प्रत्येक दिन 200 स्लॉट बुक करने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी संजीव कुमार ने दिया है. उन्होंने बताया कि इस नयी व्यवस्था से आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा. गौरतलब है कि पूर्व में स्लॉट बुक करने पर एक माह बाद ऑनलाइन टेस्ट का समय मिलता था. इस कारण आवेदकों को काफी परेशानी होती थी. अब तक 100 स्लॉट की बुकिंग एक दिन में होती थी.