कारगिल युद्ध : दुश्मनों ने शुरू कर दी थी फायरिंग, किसी तरह जान बचा पाये : लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप झा
रांची : झारखंड की राजधानी रांची केबरियातू के हरिहर सिंह रोड में रहनेवाले आर्मी एविएशन के लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप झा ने कारगिल युद्ध के बारे में बताया कि वह द्रास सेक्टर (टाइगर हिल) में हेलीकॉप्टर लेकर पहुंचे थे़ उनके अफसर ब्रीफिंग करने जा रहे थे, उसी दौरान पाकिस्तानियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. किसी […]
रांची : झारखंड की राजधानी रांची केबरियातू के हरिहर सिंह रोड में रहनेवाले आर्मी एविएशन के लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप झा ने कारगिल युद्ध के बारे में बताया कि वह द्रास सेक्टर (टाइगर हिल) में हेलीकॉप्टर लेकर पहुंचे थे़ उनके अफसर ब्रीफिंग करने जा रहे थे, उसी दौरान पाकिस्तानियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी.
किसी तरह सभी वहां से अपने हेलीकॉप्टर के पास लौटे थे़ 15 मई को पुन: हेलीकॉप्टर लेकर गये, तो एलएमजी और एमएमजी से जहाज पर फायरिंग करने लगे़ मेरा काम था रसद व बारूद पहुंचाना और ऊंचाई में उड़ान भर कर दुश्मनों की जानकारी लेना़ एक बार तो मैं हेलीकॉप्टर लेकर एलआेसी क्रॉस कर गया़ जैसे ही जानकारी मिली, तो शार्प एंगल में हेलीकॉप्टर को घुमाया़
उस दौरान पाकिस्तानियों की फायरिंग जारी थी़ 13 हजार फीट की ऊंचाई पर लड़ाई कर रहे कैप्टन के फेफड़े में पानी भरी गया. मैं उन्हें लेकर हेलीकॉप्टर से नौ हजार फीट में अाया, तो उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी़ मैंने अपना ऑक्सीजन उन्हें दे दिया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गयी़ इस घटना को मैं जिंदगी भर नहीं भूल सकता हूं. कर्नल झा ने बताया कि हमारा मुख्य काम था गोलीबारी के दौरान घायल व मृत सैनिकों को उठा कर कैंप व अस्पताल तक पहुंचाना़