नक्सल इलाकों में खुलेंगे 220 नये डाकघर

रांची : झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 220 नये डाकघर खोले जायेंगे. केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके अलावा भी डाकघर के जरिये लोगों को कई तरह की सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. सभी डाकघरों में कोर बैंकिंग, माइक्रो एटीएम सहित अन्य तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. विभाग को इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2019 1:45 AM
रांची : झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 220 नये डाकघर खोले जायेंगे. केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके अलावा भी डाकघर के जरिये लोगों को कई तरह की सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. सभी डाकघरों में कोर बैंकिंग, माइक्रो एटीएम सहित अन्य तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
विभाग को इसके लिए 100 दिनों का लक्ष्य दिया गया है. हालांकि डाक विभाग का कहना है कि इन एलडब्ल्यू पिछड़े जिलों में सितंबर तक 121 नये डाकघर खोल दिये जायेंगे. इसके पूर्व भी झारखंड के अन्य ग्रामीण इलाकों में 654 नये डाकघर खोलने की अनुमति दी गयी थी.
हर ग्राम पंचायत में एक डाकघर
पूर्व में 20-30 किमी पर डाकघर थे. अब हर 10 किमी पर डाकघर हैं. जबकि झारखंड में उग्रवाद प्रभावित जिलों में हर तीन किमी के अंदर की पंचायतें डाकघर की सुविधा से युक्त होगी.
नये पदों पर जल्द होगी लोगों की बहाली
नये डाकघर खोलने से रोजगार के नये अवसर बहाल होंगे. इसके अलावा पांच हजार लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा. डाक विभाग आधारभूत संरचना जुटाने के साथ ही यहां काम करनेवाले जीडीएस के लिए जल्द ही नयी वेकेंसी निकालेगी. इसके साथ ही नये पदों पर बहाली होगी.

इन जगहों पर खुलेंगे नये डाकघर
रांची में 3, गुमला में 3, हजारीबाग में 6, संताल में 72 नये डाकघर खोले जायेंगे. सबसे ज्यादा सिंहभूम जिले में 120 डाकघर खोले जायेंगे. झारखंड सर्किल में सीबीएस की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं. ऐसे में डिजिटल इंडिया से अछूते इन पिछड़े क्षेत्रों में डाकघर की शाखा खुलने से उन इलाकों के अंदर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा. लोगों को राेजगार मिलेगा.
शशि शालिनी कुजूर, डाक महाध्यक्ष, झारखंड डाक परिमंडल
विभाग को इसके लिए 100 दिनों का लक्ष्य दिया गया है. हालांकि डाक विभाग का कहना है कि इन एलडब्ल्यू पिछड़े जिलों में सितंबर तक 121 नये डाकघर खोल दिये जायेंगे. इसके पूर्व भी झारखंड के अन्य ग्रामीण इलाकों में 654 नये डाकघर खोलने की अनुमति दी गयी थी.
हर ग्राम पंचायत में एक डाकघर
पूर्व में 20-30 किमी पर डाकघर थे. अब हर 10 किमी पर डाकघर हैं. जबकि झारखंड में उग्रवाद प्रभावित जिलों में हर तीन किमी के अंदर की पंचायतें डाकघर की सुविधा से युक्त होगी.
नये पदों पर जल्द होगी लोगों की बहाली
नये डाकघर खोलने से रोजगार के नये अवसर बहाल होंगे. इसके अलावा पांच हजार लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा. डाक विभाग आधारभूत संरचना जुटाने के साथ ही यहां काम करनेवाले जीडीएस के लिए जल्द ही नयी वेकेंसी निकालेगी. इसके साथ ही नये पदों पर बहाली होगी.
इन जगहों पर खुलेंगे नये डाकघर
रांची में 3, गुमला में 3, हजारीबाग में 6, संताल में 72 नये डाकघर खोले जायेंगे. सबसे ज्यादा सिंहभूम जिले में 120 डाकघर खोले जायेंगे. झारखंड सर्किल में सीबीएस की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं. ऐसे में डिजिटल इंडिया से अछूते इन पिछड़े क्षेत्रों में डाकघर की शाखा खुलने से उन इलाकों के अंदर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा. लोगों को राेजगार मिलेगा.
शशि शालिनी कुजूर, डाक महाध्यक्ष, झारखंड डाक परिमंडल

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