International Bamboo Day के मौके पर दुमका में 18-19 सितंबर को आयोजित होगा ”बांस कारीगर मेला”
रांची : झारखंड की आदिवासी आबादी के लिए आजीविका के साधन बढ़ाने और स्थानीय कला को प्रोत्साहन देने के मकसद से अंतरराष्ट्रीय बांस दिवस के मौके पर दुमका में दो दिवसीय बांस कारीगर मेला 2019 आयोजित किया जायेगा. यह मेला 18 और 19 सितंबर को होगा. इसे भी देखें : बांस कारीगरों के लिए जीवन […]
रांची : झारखंड की आदिवासी आबादी के लिए आजीविका के साधन बढ़ाने और स्थानीय कला को प्रोत्साहन देने के मकसद से अंतरराष्ट्रीय बांस दिवस के मौके पर दुमका में दो दिवसीय बांस कारीगर मेला 2019 आयोजित किया जायेगा. यह मेला 18 और 19 सितंबर को होगा.
इसे भी देखें : बांस कारीगरों के लिए जीवन निर्वाह करना मुश्किल
झारखंड के उद्योग सचिव के रवि कुमार ने सूचना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लघु और कुटीर उद्योग विकास बोर्ड द्वारा आयोजित इस मेले में स्वीडन की कंपनियां एवं कारीगर भी भाग लेंगे.
उद्योग सचिव ने बताया कि इस मेले में दुबई, नॉर्वे, अबू धाबी और यूरोपीय कंपनियों के खरीदार भी शामिल होंगे. यह दो दिवसीय कार्यक्रम झारखंड में बांस से संबंधित स्थायी उत्पादों के विकास के लिए एक पूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा.
कुमार ने बताया कि दो दिवसीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्थानीय युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्रदान करना और आधुनिक कला और प्रौद्योगिकी के मिश्रण के साथ राज्य के स्थानीय कारीगरों के पारंपरिक शिल्प कौशल को बढ़ावा देना है.
उन्होंने बताया कि मेला के दौरान पारंपरिक एवं आधुनिक शिल्प कौशल में सर्वश्रेष्ठ बांस कारीगरों को अनेक सुविधाएं प्रदान की जायेंगी. मेले में 50,000 कारीगरों को कार्ड वितरण एवं 2,700 से अधिक चुनिंदा कारीगरों को बांस उपकरण किट प्रदान करने की योजना है. कारीगरों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बैंक और लघु वित्त कंपनियां भी मेले में हिस्सा लेंगी.