रांची :नक्सल प्रभाववाले 13 क्षेत्रों में खोले जायेंगे पुलिस कैंप

रांची : माओवादियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में और 30 पुलिस कैंप खोले जायेंगे. पहले से 22 कैंप हैं. पहले फेज में 780 व दूसरे फेज में 751 गांवों का चयन किया गया है.इन कैंपों के जरिये ग्रामीणों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने की कार्रवाई की जानी है. कैंपों के जरिये आसपास के ग्रामीण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2019 9:00 AM
रांची : माओवादियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में और 30 पुलिस कैंप खोले जायेंगे. पहले से 22 कैंप हैं. पहले फेज में 780 व दूसरे फेज में 751 गांवों का चयन किया गया है.इन कैंपों के जरिये ग्रामीणों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने की कार्रवाई की जानी है. कैंपों के जरिये आसपास के ग्रामीण इलाकों के युवक-युवतियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कैंप में ही मैकेनिक, कारपेंटर, ड्राइविंग, मछली पालन, मुर्गी पालन, नर्सिंग व टेलरिंग आदि का विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा.
करीब सात हजार युवक-युवतियों को सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से संबद्ध कराने की प्रक्रिया भी चल रही है. जहां पर इंटरनेट की सुविधा पहुंच गयी है, वहां के कैंपों में ग्रामीणों को एटीएम की सेवा उपलब्ध करायी जायेगी.
वहीं एलइडी और सेटअप बॉक्स के जरिये सरकार की विकास योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को मिल सकेगी. उक्त गांवों में पुलिस कैंप के जरिये गांव के छात्र-छात्राओं को किताब, पोशाक, बैग आदि दिये जा रहे हैं.वहीं खिलाड़ियों को फुटबॉल, हॉकी, जर्सी दिया जा रहा है. बुजुर्ग पुरुष और महिलाओं के साथ ही गर्भवती माताओं को चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने की कार्रवाई भी की जा रही है. इन सबके अलावा सुदूर गांवों में पुलिस के संरक्षण में पुल, पुलिया और सड़क का निर्माण किया जा रहा है. जिससे सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर तरीके से मजबूत किया जा सके.
पहले से इन जगहों पर मौजूद हैं कैंप
पारसनाथ क्षेत्र में पांच (धाेल, कट्टा, मनियाडीह व एमबी), गुमला में चार (जोरी, जमटी, बानालात व कुरुमगढ़ा), लोहरदगा में एक, पलामू में तीन (चैनपुर, ताल व कुककल), बोकारो में दो (चतरोचट्टी व जगेश्वर बिहार), चाईबासा में एक (गुदड़ी), लातेहार में सात (कुमुंडी, सेरेनदाग, चैपट, डोमरखाड़, सिमरावास, टोंगारी व करमडीह).

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