रांची : टूटी चहारदीवारी का निर्माण नहीं होने से खाली है चार करोड़ से बना हॉस्टल

बाउंड्री गिर जाने से असुरक्षा का हवाला देकर हॉस्टल में छात्राओं को नहीं रखा जा रहा है उच्च व तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास विभाग ने रखा है उदासीन रुख रांची : अपने घर और शहर से बाहर रहकर शिक्षा प्राप्त कर रही लड़कियों को रहने की बड़ी समस्या होती है. सभी सुविधाओं से युक्त, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2019 9:37 AM
बाउंड्री गिर जाने से असुरक्षा का हवाला देकर हॉस्टल में छात्राओं को नहीं रखा जा रहा है
उच्च व तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास विभाग ने रखा है उदासीन रुख
रांची : अपने घर और शहर से बाहर रहकर शिक्षा प्राप्त कर रही लड़कियों को रहने की बड़ी समस्या होती है. सभी सुविधाओं से युक्त, सुरक्षित तथा बजट के अंदर का आवास या छात्रावास का मिलना मुश्किल होता है.
इधर राजकीय पॉलिटेक्निक चर्च रोड परिसर में चार करोड़ की लागत से निर्मित महिला छात्रावास सिर्फ इसलिए बेकार पड़ा है, क्योंकि इसकी अोर की बाउंड्री गिर गयी है और बनी नहीं है. जानकारी के अनुसार बाउंड्री के निर्माण में चार-पांच लाख रुपये का ही खर्च होना है, लेकिन विभाग लगातार उदासीन रुख अपनाये हुए है. ऐसा लगता है कि इसे बनानेवाले उच्च व तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास विभाग को इसकी चिंता नहीं है.
रहने की बेहतर सुविधा के साथ-साथ इंजीनियरिंग कर रही छात्राअों के सपनों को ऊंची उड़ान देने के लिए छात्रावास का नामकरण दिवंगत अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के नाम पर किया गया है. इसे चर्च रोड स्थित पॉलिटेक्निक में अध्ययनरत करीब 40 छात्राअों के अलावा महिला पॉलिटेक्निक, थड़पखना रांची की वैसी छात्राओं, जिन्हें अपने संस्थान के छात्रावास में जगह नहीं मिल पाती है, उनके रहने के लिए बनाया गया है.

Next Article

Exit mobile version