Advertisement
रांची : मरीजों को फंसाने के लिए निजी अस्पतालों ने रिम्स परिसर में तैनात कर रखी हैं एंबुलेंस
प्रबंधन ने इमरजेंसी के सामने से हटवाया, तो कार्डियोलॉजी विंग के पास बनाया ठिकाना रांची : राजधानी के निजी अस्पतालों ने रिम्स परिसर में अपनी एंबुलेंस में तैनात कर रखी हैं. यहां इलाज के लिए दूर-दराज के इलाकों से कई गंभीर मरीज पहुंचते हैं. निजी अस्पतालों की एंबुलेंस में तैनात ड्राइवर मरीज को लेकर पहुंचे […]
प्रबंधन ने इमरजेंसी के सामने से हटवाया, तो कार्डियोलॉजी विंग के पास बनाया ठिकाना
रांची : राजधानी के निजी अस्पतालों ने रिम्स परिसर में अपनी एंबुलेंस में तैनात कर रखी हैं. यहां इलाज के लिए दूर-दराज के इलाकों से कई गंभीर मरीज पहुंचते हैं. निजी अस्पतालों की एंबुलेंस में तैनात ड्राइवर मरीज को लेकर पहुंचे भोलेभाले व कम जानकार लोगों को बहला-फुसला कर अपने अस्पताल में ले जाते हैं.
निजी अस्पतालों की एंबुलेंस के ड्राइवर मरीज के परिजन को ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत मुफ्त इलाज दिलाने का भरोसा देते हैं. साथ ही यह दलील भी देते हैं कि रिम्स में काफी भीड़ है, ऐसे में मरीज को ठीक होने में देर होगी. वे दावा करते हैं कि मरीज उनके अस्पताल में जायेगा, निश्चित ही स्वस्थ हो जायेगा. इससे भेले-भाले मरीज उनके जाल में फंस जाते हैं और उनके अस्पताल जाने को तैयार हो जाते हैं.
चार माह पहले इमरजेंसी के सामने से हटाया गया था
रिम्स प्रबंधन को भी पता है कि अस्पताल परिसर में निजी अस्पतालों की एंबुलेंस खड़ी रहती हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है.
हालांकि, प्रबंधन ने करीब चार माह पहले इमरजेंसी के सामने से निजी अस्पतालों की एंबुलेंस को हटवाया था. कुछ दिन तक ये लोग एंबुलेंस को अस्पताल परिसर में चोरी-छुपे इधर-उधर खड़ा होते थे, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने पर पहले जैसी स्थिति बन गयी है. फिलहाल, इनका नया ठिकाना कार्डियोलॉजी विंग बना हुआ है. यहां निजी अस्पतालों की आधा दर्जन एंबुलेंस खड़ी रहती हैं.
सैप के जवान व सुरक्षाकर्मी भी नहीं हटाते
रिम्स परिसर में निजी अस्पतालों की एंबुलेंस पहले इमरजेंसी, साइकिल स्टैंड और नवनिर्मित ट्रॉमा के पास लगती थी. ट्रॉमा सेेंटर का संचालन शुरू होने के बाद यहां एंबुलेंस को हटा दिया गया. सैप के जवान और निजी सुरक्षाकर्मी सुपर स्पेशियलिटी विंग में तैनात रहते हैं, लेकिन वे भी एंबुलेंस संचालकों को हटाते नहीं हैं.
रिम्स परिसर में निजी अस्पतालों की एंबुलेंस खड़ी रहने की सूचना मिली है. इन लोगों को पहले भी समझाया गया था, लेकिन इनमें सुधार नहीं हो रहा है. सैप के जवान और निजी सुरक्षाकर्मी भी इस मामले में लापरवाही दिखा रहे हैं. गुरुवार को मैं दोनों सुरक्षा एजेंसियों से जवाब-तलब करूंगा.
डॉ दिनेश कुमार सिंह, निदेशक, रिम्स
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement