हादसों को दावत दे रहे सूखे और खोखले पेड़, न नगर निगम को परवाह न ही वन विभाग को

रांची : मॉनसून की बारिश का दौर जारी है. तेज हवा के साथ बारिश होने पर राजधानी के कई हिस्सों में हरे-भरे पेड़ों की टहनियां भी टूट कर गिर रही हैं. इसकी चपेट में आने से कई लोग घायल भी हुए हैं. दूसरी ओर शहर की सड़कों के किनारे वर्षों से सूखे हुए पेड़ खड़े […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2019 2:02 AM

रांची : मॉनसून की बारिश का दौर जारी है. तेज हवा के साथ बारिश होने पर राजधानी के कई हिस्सों में हरे-भरे पेड़ों की टहनियां भी टूट कर गिर रही हैं. इसकी चपेट में आने से कई लोग घायल भी हुए हैं. दूसरी ओर शहर की सड़कों के किनारे वर्षों से सूखे हुए पेड़ खड़े हैं. इनमें से ज्यादातर खोखले हो गये हैं, लेकिन इन पेड़ों को काट कर हटाने के लिए न तो नगर निगम गंभीर है, न ही वन विभाग. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

इन सड़कों किनारे हैं सूखे पेड़

डिबडील पुल के पास सहजानंद चौक से हरमू चौक जाने वाली सड़क पर हरमू चौक के निकट आवास बोर्ड के मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के सामने कोकर में साधु मैदान के निकट कोकर इंडस्ट्रियल एरिया में हुंडई वर्कशॉप के निकट पगला बाबा आश्रम कोकर के पास सूचना भवन के सामने

सूखे पेड़ों को काट कर हटाने की जिम्मेदारी वन विभाग की है. सूखे हुए पेड़ों को हटाने के संबंध में लोग खुद भी वन विभाग को सूचना दे सकते हैं. पेड़ कटाई के मामले में नगर निगम के हाथ बंधे हुए हैं.

संजीव विजयवर्गीय, उप महापौर

वन विभाग को जहां सूखे पेड़ होने की सूचना मिल रही है, उसे हटाया जा रहा है. विभाग संबंधित संस्था या निजी व्यक्ति को पेड़ हटाने की अनुमति देता है. फिर भी घटना नहीं हो, इसको लेकर विभाग गंभीर है.

एस करीम, वन प्रमंडल पदाधिकारी, रांची

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