झारखंड तीर्थंकरों की साधना की भूमि : संजय सेठ
रांची : सांसद संजय सेठ ने कहा है कि झारखंड तीर्थंकरों की साधना व निर्वाण भूमि, बाबा वैद्यनाथ की धरती व भगवान बुद्ध के चरणों से पवित्र धरती है. झारखंड से अहिंसा व सुसंस्कारों का प्रकाश पुनः पूरी दुनिया में फैलाने की जरूरत है. वह रविवार को दिगंबर जैन भवन में अहिंसा यात्रा समिति की […]
रांची : सांसद संजय सेठ ने कहा है कि झारखंड तीर्थंकरों की साधना व निर्वाण भूमि, बाबा वैद्यनाथ की धरती व भगवान बुद्ध के चरणों से पवित्र धरती है. झारखंड से अहिंसा व सुसंस्कारों का प्रकाश पुनः पूरी दुनिया में फैलाने की जरूरत है. वह रविवार को दिगंबर जैन भवन में अहिंसा यात्रा समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि अहिंसा रैली व सभा रांची में 17 सितंबर को होना सुनिश्चित है. दो दिवसीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ 16 सितंबर को होगा. इसमें अहिंसा, शाकाहार, गो सेवा, पर्यावरण व अमृत कृषि से जुड़े विषयों पर प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी. यह पूरे झारखंड में आयोजित होगा, जिसका समापन 22 सितम्बर को मधुबन (गिरिडीह) में होगा.
आयोजन समिति के उपाध्यक्ष चंद्रकांत रायपत ने कहा कि अहिंसा-शाकाहार संबंधी प्रदर्शनी और व्याख्यान का आयोजन स्कूलों में भी किया जायेगा. सचिव पंकज वत्सल ने कहा कि कि अहिंसा यात्रा और रैली के माध्यम से दुनिया के सर्वाधिक पवित्र जैन तीर्थ पारसनाथ पर्वत के दस किलोमीटर व्यास क्षेत्र को अहिंसा क्षेत्र घोषित करने, राज्य के सरकारी विद्यालयों में मिड डे मील में अंडा को बंद कर फल व सत्तू देने और राज्य के प्रत्येक जिला में एक हजार गोवंश की क्षमता वाला आदर्श गोशाला स्थापित करने की मांग की जायेगी.