झारखंड को बचाने व भाजपा को भगाने के लिए विरोधी पार्टियां एक हों : बेसरा
जमशेदपुर/रांची : झारखंड को बचाना है, तो आदिवासी-मूलवासी के हित में काम करनेवाले सभी राजनैतिक संगठनों को एकजुट होना होगा. एकजुटता से ही भाजपा को परास्त किया जा सकता है. झारखंड राज्य का गठन जल, जंगल व जमीन को सुरक्षित रखने के मकसद से किया गया था, लेकिन भाजपा इसे साजिश के तहत खत्म करना […]
जमशेदपुर/रांची : झारखंड को बचाना है, तो आदिवासी-मूलवासी के हित में काम करनेवाले सभी राजनैतिक संगठनों को एकजुट होना होगा. एकजुटता से ही भाजपा को परास्त किया जा सकता है. झारखंड राज्य का गठन जल, जंगल व जमीन को सुरक्षित रखने के मकसद से किया गया था, लेकिन भाजपा इसे साजिश के तहत खत्म करना चाहती है, ताकि आदिवासी-मूलवासियों का अस्तित्व मिट जाये. सोमवार को झारखंड पीपुल्स पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा ने निर्मल गेस्ट हाउस में प्रेसवार्ता में यह बात कही.
उन्होंने कहा कि 12 अगस्त 1991 को झारखंडियों के अस्तित्व व पहचान को बनाये रखने के लिए उन्होंने बिहार विधानसभा से इस्तीफा दिया था, लेकिन बिकाऊ सांसदों व विधायकों ने आदिवासी-मूलवासियों के सपनों को तोड़ दिया.इसलिए गिले-शिकवे भूलकर भाजपा विरोधी संगठनों को एक मंच पर आने की जरूरत है.