रांची : स्मार्ट सिटी में चल रहा टेंडर सबलेट करने का खेल
विवेक चंद्र रांची : राजधानी में निर्माणाधीन स्मार्ट सिटी में टेंडर सबलेट (काम किसी दूसरी एजेंसी या कंपनी को देना) करने का खेल चल रहा है. रांची स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ट डेवलपमेंट का काम लारसन एंड टर्बो लिमिटेड (एलएंडटी) ने टेंडर में एल-वन आकर हासिल किया. कार्य की कुल लागत 653.3 करोड़ रुपये है. […]
विवेक चंद्र
रांची : राजधानी में निर्माणाधीन स्मार्ट सिटी में टेंडर सबलेट (काम किसी दूसरी एजेंसी या कंपनी को देना) करने का खेल चल रहा है. रांची स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ट डेवलपमेंट का काम लारसन एंड टर्बो लिमिटेड (एलएंडटी) ने टेंडर में एल-वन आकर हासिल किया. कार्य की कुल लागत 653.3 करोड़ रुपये है.
एलएंडटी ने काम लेकर उसे साउथ इस्ट नाम की एजेंसी को सबलेट कर दिया. आगे साउथ इस्ट ने भी काम पेटी कांट्रेक्टरों में बांट दिया. फिलहाल, तीन से अधिक पेटी कांट्रेक्टर स्मार्ट सिटी का काम कर रहे हैं.
टेंडर में एल-वन आकर काम हासिल करनेवाली कंपनी द्वारा काम सबलेट करने का सीधा असर कार्य की गुणवत्ता पर पड़ता है. टेंडर लेनेवाली कंपनी कुल लागत में अपना हिस्सा रख कर काम दूसरी कंपनी को सबलेट कर देती है. इसी तरह दूसरी कंपनी भी अपना हिस्सा रख कर ही काम आगे सबलेट करती है या पेटी पर काम कराती है. ऐसे में कार्य की लागत लगातार कम होती जाती है. लागत कम होने का सीधा असर कार्य की गुणवत्ता पर पड़ता है.
एलएंडटी ने टेंडर में एल-वन आ कर हासिल किया है रांची स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ट डेवलपमेंट का काम
एलएंडटी ने साउथ इस्ट नाम की एजेंसी को सबलेट कर दिया काम, एजेंसी ने पेटी कांट्रेक्टरों को काम बांटा
नगर विकास सचिव ने कहा : स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट का पूरा कार्य सबलेट करने का प्रावधान नहीं
स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट का पूरा कार्य सबलेट करने का कोई प्रावधान नहीं है. दो बार तो काम सबलेट हो ही नहीं सकता है. जुडको के साथ किये गये एग्रीमेंट के आधार पर स्मार्ट सिटी के कार्यों की जांच करायी जायेगी. गलत पाये जाने पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी.
अजय कुमार सिंह, सचिव, नगर विकास विभाग
दो बार सबलेट करने का नहीं है प्रावधान
स्मार्ट सिटी में एरिया बेस्ड डेवलपमेंट का काम जुडको करा रही है. एलएंडटी के साथ जुडकाे द्वारा किये गये करार में 20 प्रतिशत तक का कार्य ही सबलेट करने का प्रावधान है. उससे अधिक काम सबलेट नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा काम एक बार से अधिक सबलेट करने का कोई नियम नहीं है. एलएंडटी ने अपनी क्षमता और क्रेडेंशियल पर काम हासिल किया है. सभी प्रमुख कार्य उसे ही करने हैं.
656 एकड़ भूमि पर बन रही स्मार्ट सिटी
एचइसी क्षेत्र में कुल 656.3 एकड़ भूमि पर स्मार्ट सिटी का निर्माण प्रगति पर है. स्मार्ट सिटी में पूरी आधारभूत संरचना का निर्माण किया जाना है. आधारभूत संरचना में ट्रांसपोर्ट एंड सर्कुलेशन रोड, रोड साइड प्लांटेशन, ड्रेनेज, वाटर सप्लाई, रिसाइकिल वाटर सिस्टम, वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, पॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम एंड लैंड डेवलपमेंट समेत अन्य कई कार्य किया जाना प्रस्तावित है.