झारखंड : CM रघुवर दास ने किया 16 कंपनियों का शुभारंभ, 15 हजार से अधिक को मिलेगा रोजगार
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 16 बीपीओ कंपनी का शुभारंभ किया. इन कंपनियों के आने से 15 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है. इस मौके पर 13 बीपीओ- बीपीएम कंपनी के साथ एमओयू भी किया गया. अनुमान है कि इस समझौते से सिर्फ बीपीओ में नौ हजार से अधिक रोजगार […]
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 16 बीपीओ कंपनी का शुभारंभ किया. इन कंपनियों के आने से 15 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है. इस मौके पर 13 बीपीओ- बीपीएम कंपनी के साथ एमओयू भी किया गया. अनुमान है कि इस समझौते से सिर्फ बीपीओ में नौ हजार से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे.
धुर्वा स्थित न्यायिक अकादमी में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रघुवर दास ने कहा, मैंने मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले नीतियों पर काम किया . सरकार नीतियों से चलती है. इन नीतियों पर काम करके हमने रोजगार के लिए रास्ते खोल दिये. कार्यक्रम में इंडस्ट्रियल सेक्रेटरी के रवि कुमार भी मौजूद थे.
उन्होंने कहा, झारखंड सरकार एक टीम की तरह काम करती है. यहां ऐसा नहीं है कि सरकार कुछ और कह रही है अधिकारी कुछ और. रघुवर सरकार ने रोजागर की दिशा में काम किया है. कॉन्सेन्ट्रिक्स के रविंद्र राणा ने कहा, बीपीओ के लिए यह बेहतर समय है. दुनिया भर में भारत ही ऐसा देश है जहां इस क्षेत्र में बेहतर संभावनाएं हैं. हम रांची में काम कर रहे हैं और हमारे यूएस के क्लाइंट भी हमारे काम से खुश हैं. रांची में इसे लेकर बेहतर भविष्य है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा, सरकार ने राज्य में 18 नीतियां लागू की, जिससे निवेश सहज हो गया है. कार्यक्रम में रघुवर दास ने कहा, बीपीओ कंपनी को अगर कोई समस्या हो तो हम हर महीने बैठकर उन समस्याओं पर गौर करेंगे. निवेशकों को इस राज्य में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. राज्य में इतनी बड़ी संख्या में बीपीओ खुलने से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा. हमारी सरकारी की प्राथमिकता थी AII. A से Agriculture , I से industries और एक I से हुआ IT SECTOR. मैं निवेशकों के साथ बैठक करके उनकी समस्या सुनकर उनका समाधान करूंगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. हमारा लक्ष्य है इसे दूर करना. 2014 में ease of doing business में झारखंड का स्थान 29 वां था. नीतियों की वजह से आज हम चौथे स्थान पर हैं. लेबर रिफॉर्म में झारखंड पहले स्थान पर है. श्रम नियोजन में बदलाव करके हमने महिलाओं को 24 घंटे काम करने की इजाजत दी है. झारखंड के बच्चे प्रतिभाशाली है, मेहनती हैं. बेंगलोर में जितना विकास होना था हो चुका है अब झारखंड की बारी है. बेंगलोर का मौसम और झारखंड का मौसम एक जैसा है. निवेशक हैदराबाद और बेंगलोर ना जाकर झारखंड आयें. कार्यक्रम में आईटी विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण कुमार एक्का, सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, उद्योग विभाग के सचिव के रवि कुमार के साथ कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे.