जदयू को झारखंड में नहीं मिलेगा तीर निशान : झामुमो

रांची : झारखंड में जदयू को चुनाव चिह्न के रूप में तीर नहीं मिलेगा. 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने यह जानकारी झामुमो को दी है. झामुमो ने झारखंड में किसी दूसरी पार्टी को तीर चुनाव चिह्न दिये जाने पर आपत्ति दर्ज की थी. बिहार में जदयू ने झामुमो को तीर-धनुष चिह्न दिये जाने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2019 1:16 AM

रांची : झारखंड में जदयू को चुनाव चिह्न के रूप में तीर नहीं मिलेगा. 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने यह जानकारी झामुमो को दी है. झामुमो ने झारखंड में किसी दूसरी पार्टी को तीर चुनाव चिह्न दिये जाने पर आपत्ति दर्ज की थी. बिहार में जदयू ने झामुमो को तीर-धनुष चिह्न दिये जाने का विरोध किया था.

शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 24 जून 2019 को आयोग के पास हमने झारखंड में जदयू को चुनाव के दौरान तीर चिह्न नहीं देने का आग्रह किया था. झामुमो के इस आग्रह को चुनाव आयोग ने स्वीकार कर लिया है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि लगता है कि एक सोची-समझी साजिश के तहत भाजपा ऐसा कर रही थी. भाजपा जानती है कि झामुमो को रोकना है, तो जदयू के साथ मिलकर साजिश करें. जदयू के चुनाव चिह्न तीर से प्रत्याशी उतारें, ताकि झामुमो के लोगों में तीर-धनुष को लेकर भ्रम हो.
16 अगस्त को भारत निर्वाचन आयोग ने दलीलों को सुनते हुए फैसला दिया कि झारखंड में जदयू तीर चुनाव चिह्न से नहीं लड़ पायेगा. झामुमो समझ चुका है कि राज्य के बाहर के नेताओं को लाकर यहां स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है. इससे उनका मंसूबा पूरा नहीं होगा. 26 अगस्त से बदलाव यात्रा निकाली जायेगी. इसमें हेमंत सोरन शामिल होंगे.
अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया : श्री भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी के हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन ने अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि वह केवल पार्टी के धरोहर नहीं थे. राजनीति के सुलझे हुए व्यक्ति थे. ऐसे नेता के खो जाने से पार्टी दुखी है.

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