उफनाई गंगा, साहिबगंज में घुसा पानी, जिले के 72 गांव बाढ़ से प्रभावित

साहिबगंज : जिले के सदर, राजमहल व उधवा प्रखंड के अलावा तालझारी, बरहरवा के कुछ पंचायत बाढ़ से प्रभावित है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से उपर बहने के कारण शहर हरीपुर, कमलटोला, रसुलपुर दहला, भरतिया कॉलोनी, शोभनपुर भट्ठा एवं मठिया के निचले क्षेत्र में पानी भर गया है. लगातार जलस्तर बढ़ने से लोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2019 2:32 AM

साहिबगंज : जिले के सदर, राजमहल व उधवा प्रखंड के अलावा तालझारी, बरहरवा के कुछ पंचायत बाढ़ से प्रभावित है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से उपर बहने के कारण शहर हरीपुर, कमलटोला, रसुलपुर दहला, भरतिया कॉलोनी, शोभनपुर भट्ठा एवं मठिया के निचले क्षेत्र में पानी भर गया है.

लगातार जलस्तर बढ़ने से लोग भयभीत हैं. जिले के 72 गांव पूर्ण व आंशिक रूप से चपेट में है. मामले में केंद्रीय जल आयोग के कार्यालय के प्रभारी रंजीत कुमार मिश्र ने बताया कि शनिवार की सुबह साहिबगंज में गंगा का जलस्तर 26.980 मीटर था.
जो चेतावनी के निशान से 73 सेमी उपर था. साहिबगंज में गंगा का वार्निंग लेबल 26.250 मीटर है. जबकि जलस्तर खतरे के निशान 27.250 मीटर से केवल 27 सेमी नीचे है. उन्होंने गंगा का जलस्तर को रविवार की शाम तक खतरे के निशान को भी पार करने की आशंका जतायी है.
प्रशासन की तैयारी पूरी
अपर समाहर्ता अनमोल सिंह ने कहा कि साहिबगंज, राजमहल, उधवा, बरहरवा व तालझारी प्रखंड में बाढ़ राहत शिविर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है. सभी अंचल अधिकारियों को बाढ़ से निबटने के लिये सतर्क किया गया है. जरूरत के अनुसार गोताखोर भी तैनात किये जायेंगे. इसके अलावा आपदा मित्रों की भी तैनाती होगी.
गंगा की बाढ़ से निजात दिलायेगा फरक्का बराज
साहिबगंज. पश्चिम बंगाल व साहिबगंज की सीमा से कुछ दूरी पर स्थित फरक्का बराज जिले को गंगा नदी की बाढ़ से निजात दिलायेगा. बक्सर से राजमहल तक के जलस्तर पर बराज प्रबंधन की नजर है. प्रबंधन साहिबगंज जिला आपदा विभाग से समन्वय बना कर गंगा का पानी और अधिक मात्रा में डिस्चार्ज कराने का प्रयास कर रहा है. फिलहाल बराज प्रतिदिन 12:50 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज कर रहा है, जबकि इसकी क्षमता 27 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने की है.
बिहार से झारखंड के साहिबगंज तक पहुंचने वाली गंगा का जलस्तर पिछले साल 20 अगस्त की तुलना में काफी नीचे है. जिला आपदा विभाग फिलहाल बाढ़ की आशंका को नकार रहा है. फिर भी जलस्तर खतरे के निशान पार करने के बाद राजमहल के दियारा इलाके में आवागमन सुचारू करने के लिये पांच नाव का इंतजाम प्रशासन ने किया है.

Next Article

Exit mobile version