गोड्डा जिला अस्पताल को 50 लाख का पुरस्कार
रांची : स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट करनेवाले अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष कायाकल्प अवार्ड दिया जाता है. इस वर्ष गोड्डा जिला अस्पताल को 50 लाख का पुरस्कार दिया गया है. रांची, देवघर,पूर्वी सिंहभूम और गुमला जिला अस्पताल को तीन-तीन लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की […]
रांची : स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट करनेवाले अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष कायाकल्प अवार्ड दिया जाता है. इस वर्ष गोड्डा जिला अस्पताल को 50 लाख का पुरस्कार दिया गया है. रांची, देवघर,पूर्वी सिंहभूम और गुमला जिला अस्पताल को तीन-तीन लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया.
इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की श्रेणी में क्रमश: 15, 10 और दो लाख के पुरस्कार प्रदान किये गये. सीएचसी गांडेय को 15 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. कार्यक्रम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की श्रेणी में 19 स्वास्थ्य केंद्रों को दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. इनमें पीएचसी लावालौंग,बाघमारा,हल्दीपोखर,डांडा,भंडरो और डमरूहाट को बेस्ट पीएचसी का अवार्ड दिया गया.
पुरस्कार वितरण स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी और एनएचएम के एमडी शैलेश चौरसिया ने किया. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि अधिक से अधिक सरकारी अस्पतालों को स्वच्छता के नियम का पालन करना चाहिए और कायाकल्प अवार्ड जीतने का प्रयास करना चाहिए.
स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़ा है. हम अपने अस्पताल को साफ सुथरा रखेंगे, तो इसका अच्छा परिणाम दिखेगा. अस्पताल यदि साफ सुथरा रहेगा तो रोगी का रोग वैसे ही कम होगा. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य मे 314 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अपग्रेड किये गये हैं.
इन केेंद्रों को प्रयास करना चाहिए कि अगले साल सबको इस अवार्ड की श्रेणी मे लाया जा सके.एनएचएम के एमडी शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में जो भी कमियां हैं, उन्हें हमें मिलकर दूर करना होगा. इस अवसर पर निदेशक प्रमुख डॉ वी मरांडी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
स्वच्छता के नियम का पालन करें राज्य के अस्पताल और कायाकल्प अवार्ड जीतने का प्रयास करें: रामचंद्र चंद्रवंशी
रांची, देवघर,पूर्वी सिंहभूम और गुमला जिला अस्पताल को तीन-तीन लाख रुपये का पुरस्कार िदया गया