मसीहियों ने भेदभाव का लगाया आरोप, सरकार का फूंका पुतला

रांची : झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन (जेसीवाइए) ने ईसाई आदिवासियों का आरक्षण समाप्त करने, चर्च व इसकी संस्थाओं की जमीन की जांच, ईसाई आदिवासियों को जाति प्रमाण पत्र नहीं देने और ईसाई समुदाय के लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजने की साजिश का अारोप लगाते हुए रांची विवि गेट से विरोध मार्च […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2019 12:33 AM

रांची : झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन (जेसीवाइए) ने ईसाई आदिवासियों का आरक्षण समाप्त करने, चर्च व इसकी संस्थाओं की जमीन की जांच, ईसाई आदिवासियों को जाति प्रमाण पत्र नहीं देने और ईसाई समुदाय के लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजने की साजिश का अारोप लगाते हुए रांची विवि गेट से विरोध मार्च निकाला और अलबर्ट एक्का चौक पर राज्य सरकार का पुतला फूंका़

मार्च व पुतला दहन कार्यक्रम में विकास तिर्की, सुजीत कुजूर, माणिक तिर्की, दीपक लकड़ा, शशि टूटी, अरुण नागेसिया, राम कुमार नायक, विकास परिधिया, अभिषेक बाड़ा व बड़ी संख्या में मसीही विश्वासी मौजूद थे़.जेसीवाइए के संरक्षक अलबिन लकड़ा ने कहा कि सभी जाति, धर्म के लोगों को स्वतंत्रता के साथ जीने, रहने, अपना धर्म मानने का अधिकार है, पर राज्य में आदिवासियों के इन अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है.
आदिवासी जमीन के सुरक्षा कवच सीएनटी-एसपीटी एक्ट के साथ छेड़छाड़ का प्रयास किया जा रहा है़ ईसाई आदिवासियों पर कभी धर्मांतरण, तो कभी जमीन हड़पने के नाम पर एकतरफा कार्रवाई की जाती है़ आरक्षण हमारा संवैधानिक अधिकार है, जिसे कोई छीन नहीं सकता. हमें धर्म के नाम पर बांटना बंद किया जाये़
  • जेसीवाइए ने रांची विवि गेट से निकाला विरोध मार्च
  • बड़ी संख्या में मार्च में शामिल हुए मसीही विश्वासी
सरकार एक तरफ स्कूलों को बंद कर रही है, वहीं दूसरी ओर शराब की दुकानें खोल रही है. क्या राज्य का विकास इस तरह होगा? यदि इन मुद्दों पर सरकार ने त्वरित हस्तक्षेप नहीं किया, तो पूरे राज्य में व्यापक आंदोलन चलाया जायेगा, जिसका खामियाजा उसे 2019 के विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा.
ईसाइयों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार
ऑल चर्चेज कमेटी यूथ विंग के अध्यक्ष अध्यक्ष कुलदीप तिर्की ने कहा कि सबका साथ सबका विकास नारे में विरोधाभास दिखता है. राज्य के ईसाई समुदाय को परेशान किया जा रहा है.
कभी चर्च के फंड, तो कभी चर्च की जमीन की जांच के नाम पर ईसाइयों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास किया जाता है. मसीह समुदाय सरकार की जांच का स्वागत करता, यदि वह निष्पक्षता से सभी की जांच करती. साफ जाहिर है कि राज्य में ईसाइयों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है़
धर्म की राजनीति नहीं करें राजनीतिक दल
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि सरकार आदिवासियों को सरना ईसाई के नाम पर बांटना बंद करे. सभी राजनीतिक दलों से निवेदन है कि वे धर्म की राजनीति न करे़ं
शिक्षा के मंदिरों को नष्ट करने की कोशिश
सुजीत कुजूर ने कहा कि राज्य की प्रगति में ईसाई मिशनरियों ने अहम योगदान दिया है. चर्च ने शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया है. आज शिक्षा के इन मंदिरों को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि आदिवासियों के बीच शिक्षा का दीप न जले.

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