रांची :जल्द हाइटेक होगी शहर की बिजली व्यवस्था, कंप्यूटर से होगी निगरानी

स्काडा सिस्टम का ट्रायल अंतिम दौर में, कुछ दिनों में काम करने लगेगा रांची : राजधानी रांची के शहरी इलाके की बिजली व्यवस्था अगले कुछ दिनों में हाइटेक हो जायेगी. सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वेजीशन (स्काडा) सिस्टम का ट्रायल अंतिम दौर में है. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में यह सिस्टम पूरी तरह काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2019 8:56 AM
स्काडा सिस्टम का ट्रायल अंतिम दौर में, कुछ दिनों में काम करने लगेगा
रांची : राजधानी रांची के शहरी इलाके की बिजली व्यवस्था अगले कुछ दिनों में हाइटेक हो जायेगी. सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वेजीशन (स्काडा) सिस्टम का ट्रायल अंतिम दौर में है. उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में यह सिस्टम पूरी तरह काम करने लगेगा. इसके बाद लाइन या ट्रांसफार्मर में खराबी आने पर घंटों बिजली गुल नहीं रहेगी, बल्कि वैकल्पिक व्यवस्था से पलक झपकते ही बिजली आपूर्ति सुचारु हो जायेगी.
पुनर्गठित त्वरित विद्युत विकास योजना (आरएपीडीआरपी) के तहत स्काडा का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है.
सितंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में इस सिस्टम से बिजली व्यवस्था कंट्रोल करने की योजना है. अधीक्षण अभियंता ने कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से किसी भी तकनीकी खामी को दुरुस्त करने में काफी कम वक्त लगेगा. साथ ही व्यवस्था की प्रभावी तरीके से निगरानी भी की जा सकेगी. इसके अलावा यह भी पता चल सकेगा कि कहां सबसे ज्यादा बिजली की खपत हो रही है और कहां सबसे कम.
अभी मामूली फॉल्ट में घंटों करना पड़ता है बिजली का इंतजार
स्काडा के बंद कमरे में लगे कंप्यूटर स्क्रीन पर बिजली व्यवस्था पर 24 घंटे नजर रखी जायेगी. रांची शहरी क्षेत्र के किसी एरिया में तकनीकी खराबी आने पर उसकी जानकारी तुरंत कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखने लगेगी. स्क्रीन पर यह भी दिखेगा कि किस कोड नंबर के आरएमयू वाले क्षेत्र में खराबी आयी है. इस दौरान वहां तैनात कंट्रोल अफिसर एरिया से संबंधित अभियंता को इसकी सूचना देगा और जब तक फाॅल्ट दूर नहीं हो जायेगा तब तक मानीटरिंग करता रहेगा.
स्काडा से 42 बिजली घर जुड़े
स्काडा सिस्टम का कार्य करीब तीन साल पहले शुरू हुआ था. शहरी क्षेत्र में कुल 42 बिजली घर इससे जुड़ गये हैं. सभी फीडरों में उपकरण स्थापित हो चुके हैं और अब इन्हें कनेक्ट करने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है.
15 नवंबर तक 17 ग्रिड सब स्टेशन चालू करायें
ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड को सरकार का आदेश
रांची : सरकार ने झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड को 15 नवंबर तक राज्य में निर्माणाधीन ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया है. हालांकि, निगम द्वारा सितंबर माह में तीन ग्रिड सब स्टेशन चालू करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसमें जसीडीह, गोविंदपुर और खूंटी शामिल है. खूंटी का ट्रायल रन भी किया जा चुका है.
झारखंड ऊर्जा संचरण निगम के एक अधिकारी ने बताया कि 15 नवंबर तक सभी ग्रिड का निर्माण लगभग पूरा हो जायेगा. इसके बाद लातेहार, पलामू, चतरा, गिरिडीह, गढ़वा, गोड्डा, लोहरदगा, खूंटी, बोकारो जैसे जिलों में बिजली की आपूर्ति सुलभ हो जायेगी. डीवीसी कमांड एरिया के धनबाद, गिरिडीह, बोकारो जैसे जिलों में निगम का नेटवर्क स्थापित हो जायेगा. तब वहां डीवीसी पर निर्भरता कम हो जायेगी.
यहां चालू होना है ग्रिड सब स्टेशन
400 केवी क्षमता के लातेहार और पतरातू ग्रिड सब स्टेशन, 220 केवी क्षमता के चतरा, गिरिडीह, रातू(बुढ़मू), जैनामोड़, गढ़वा, गोड्डा, जसीडीह,लोहरदगा और गोविंदपुर ग्रिड सब सटेशन, 132 केवी क्षमता के खूंटी, जमुवा, चंदनकियारी, बहरागोड़ा, चतरा और सरिया ग्रिड सब स्टेशन.
क्लब रोड में दो घंटे तक कटी रही बिजली
रांची : राजधानी के सिरमटोली इलाके में सोमवार तड़के 4:30 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक लोकल फाॅल्ट के चलते बिजली कटी रही. बारिश के दौरान पेड़ की एक डाली टूटकर हाईटेंशन तार पर गिर गयी, इसके चलते करीब डेढ़ घंटे तक क्लब रोड, बेथेसदा कॉलेज, कर्बला चौक के अंदरूनी इलाके में बिजली कटी रही. बारिश थमने के बाद बिजली कर्मियों ने डाली को हटाकर आपूर्ति सामान्य की.
वहीं, शाम 4:30 बजे एक पावर ट्रांसफार्मर के फ्यूज उड़ जाने के चलते एक बार फिर क्लब रोड इलाके में बिजली गुल हो गयी, जिसे करीब घंटे भर बाद ठीक किया जा सका. बहूबाजार इलाके में लो वोल्टेज की समस्या थी, जिसे शिकायत के बाद दूर कर लिया गया. इसके अलावा लालपुर आर्य होटल के पास ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी के कारण करीब आधे घंटे बिजली गुल रही. वहीं, सिल्ली और इटकी इलाके में लगातार लो वोल्टेज की समस्या रही.

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